शराब बिक्री से एक अरब 71 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई
उज्जैन। सरकारी खजाने को बढ़ाने वाले उज्जैन आबकारी विभाग ने बीते 3 महीनों में एक अरब 71 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई सिर्फ देशी विदेशी शराब बिक्री से की है। आबकारी विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक एक अप्रैल 2024 से 30 जून 2024 के बीच उज्जैन में 19 लाख 83 हजार बोतल देशी शराब की बिक्री हुई है, वहीं बात यदि बीयर की करें तो 42 लाख 47 हजार बीयर की बोतल और 7 लाख बोतल स्प्रिट की खपत हुई है।
उल्लेखनीय है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में शासन ने आबकारी विभाग को एक 480 करोड़ रुपए का लक्ष्य आवंटित किया था, जिसके सापेक्ष विभाग ने 95 प्रतिशत प्राप्ति की थी जबकि, इस साल लक्ष्य में करीब 155 करोड़ की बढ़ोत्तरी कर दी गई है। यानी चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में विभाग को उज्जैन जिले से 6 अरब 35 करोड़ रुपए का राजस्व एकत्र करना होगा। इस दिशा में विभाग की शुरुआत भी शानदार हुई है। वित्तीय वर्ष के प्रथम तीन माह एक अप्रैल 30 जून तक विभाग ने एक अरब 71 करोड़ 3 लाख 12 हजार 976 रुपए का राजस्व बटोरा है। इसमें और बढ़ोत्तरी के लिए शराब का अवैध निर्माण, बिक्री तथा परिवहन रोकने के लिए विभाग द्वारा लगातार सख्ती बरती जा रही है। आबकारी विभाग के अफसरों को उम्मीद है कि वह इस साल शराब बिक्री के निर्धारित लक्ष्य यानी 635 करोड़ रुपए के टारगेट को आसानी से अचीव कर उससे ज्यादा का रेवेन्यू जनरेट कर लेंगे। इसके साथ ही उनका यह भी कहना है कि बीते वर्षों की अपेक्षा शराब की डिमांड बढ़ी है। डिमांड बढऩे पर वैसी ही सप्लाई भी हो रही है। जिले के आबकारी विभाग के पास भांग की बिक्री का कोटा तो सालाना लगभग दो करोड़ रुपए का ही है। मगर, शराब के प्रति लोगों का ऐसा आकर्षण है कि रोजाना उज्जैन में एक करोड़ से ज्यादा शराब पर लुटा दिए जाते हैं। इसके पीछे एक कारण यह भी हैं उज्जैन में पर्यटन बढ़ा है तो उसका असर शराब और बीयर की बिक्री पर भी जबर्दस्त तरीके से हुआ है। चालू वित्तीय वर्ष में बीते तीन माह में 4 हजार पाँच किलोग्राम भांग की खपत हुई हैं और इससे आबकारी विभाग को 54 लाख रुपए से ज्यादा का राजस्व मिला हैं।