चेरिटेबल के डॉक्टर द्वारा गलत उपचार करने का आरोप
उज्जैन। नईखेड़ी में रहने वाली 9 वर्षीय बालिका का पैर फ्रैक्चर होने के बाद चेरिटेबल के डॉक्टर द्वारा गलत उपचार करने का आरोप लगाते हुए बालिका के परिजन सुबह टॉवर पर धरना देने बैठे।
अर्पिता पिता सोनू 9 वर्ष निवासी नईखेड़ी के दादा गोविंद सिंह ने बताया कि अर्पिता को पैर फ्रैक्चर हो गया था। उसे उपचार कराने चेरिटेबल अस्पताल लेकर गये जहां डॉ. आलोक सोनी ने अर्पिता का उपचार किया व पैर में पक्का प्लास्टर चढ़ा दिया। प्लास्टर चढ़ा होने के दौरान ही अर्पिता के पैर में इन्फेक्शन शुरू हुआ। शिकायत करने पर डॉ. सोनी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया जिसके बाद बालिका के पैर में इन्फेक्शन बढ़ता गया और उसकी स्थिति आज तक ठीक नहीं हुई है। इसकी शिकायत चेरिटेबल अस्पताल, सीएमएचओ कार्यालय व प्रशासन के अफसरों से की। मामले में तीन बार जांच हो चुकी है लेकिन डॉक्टरों की टीम ने डॉ. सोनी को क्लीन चिट दे दी जबकि डॉ. आलोक सोनी की लापरवाही के कारण ही अर्पिता इस स्थिति में पहुंची थी। अर्पिता के पिता सोनू ने बताया कि बेटी का गलत उपचार करने वाले डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई और बालिका का तुरंत उपचार व हर्जाने की मांग को लेकर टॉवर पर आंदोलन कर रहे हैं। सोनू और गोविंदसिंह से चर्चा के दौरान ही यहां पर राजेन्द्र वाडिया नामक व्यक्ति पहुंचे। परिचय पूछने पर उन्होंने बताया कि मैं सीएमएचओ कार्यालय से आया हूं। मेरी पोस्ट मीडिया फोटोग्राफर की है।पूरा मामला मैं ही देख रहा हूं। वाडिया ने बालिका के परिजनों से कहा कि इस तरह आंदोलन से कुछ नहीं होगा। एसडीएम के समक्ष बैठकर बात कर सकते हैं। राज्य स्तरीय डॉक्टर की पैनल से जांच भी करा देंगे। हालांकि अर्पिता के पिता व दादा ने वाडिया के आश्वासन पर आंदोलन न करने की बात से इंकार कर दिया।