बीस करोड़ में लड्डू प्रसाद निर्माण इकाई…सिविल कार्य शुरू हुआ

उज्जैन। महाकाल मंदिर में अब जल्द ही आधुनिक मशीनों से लड्डु प्रसादी का निर्माण होगा और इसके लिए निर्माण इकाई का नया निर्माण करीब बीस करोड की लागत से हो रहा है। करीब एक माह से अधिक समय पहले वर्क ऑर्डर हो गया है ओर इसके बाद अब सिविल कार्य भी शुरू कर दिया गया है।

महाकाल मंदिर समिति द्वारा परिसर स्थित काउंटरों से देशी घी से निर्मित लड्डू प्रसाद का विक्रय किया जाता है। 400 रुपये प्रति किलो मिलने वाले लड्डू प्रसाद की देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं में बड़ी मांग है। वर्तमान में चिंतामन जवासिया स्थित श्री महाकालेश्वर वैदिक शोध संस्थान भवन में निर्माण इकाई स्थापित है। यहां हलवाई व कर्मचारियों द्वारा हाथ से लड्डू प्रसाद बनाया जाता है। हाथ से लड्डू बनाने में इसके आकार व वजन में एकरूपता नहीं रह पाती है। इसके चलते समिति प्रसाद के पैकेट में लड्डू वजन की बजाय नग के अनुसार रखकर विक्रय करती आ रही है। आमतौर पर देखने में आता है कि श्रावण मास, महाशिवरात्रि आदि महापर्वों के समय मांग के अनुरूप प्रसाद की पूर्ति नहीं हो पाती है और समिति को व्यवस्था बनाए रखने के लिए सिर्फ 200 ग्राम के पैक में प्रसादी का विक्रय करना पड़ता है। श्री महाकाल महालोक का निर्माण होने के बाद मंदिर में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु की संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे में समिति मांग के अनुरूप पूर्ति करने के लिए अत्याधुनिक प्लांट में लड्डू प्रसाद का निर्माण करने जा रही है। नई लड्डू प्रसाद निर्माण इकाई में भी मशीनीकरण के लिए दानदाता का सहयोग लिया जाएगा। बता दें वर्तमान में प्रतिदिन सिर्फ 60 से 90 क्विंटल लड्डू प्रसाद तैयार हो पाता है।