प्रदेश युवक कांग्रेस के अध्यक्ष मितेंद्र विवादो में घिरे, धार जिले से हुई कांग्रेस की हिन्दुत्व की सॉफ्ट राजनीति की हुई शुरुआत
इंदौर। हाल ही में युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मितेन्द्र यादव के कुछ निर्णयों की कांग्रेस के भीतर आलोचना हो रही है। दरअसल, सॉफ्ट हिंदुत्व की राह चल रही कांग्रेस को अपने संगठन में मौजूद छोटे पदाधिकारी भी बर्दाश्त नहीं हैं।
जल्दबाजी में की गई नियुक्ति के दौरान इस बात का ख्याल भी नहीं रखा गया कि मौजूदा ओहदेदार को हटाया जाना है।
धार जिला युवक कांग्रेस के निर्वाचित अध्यक्ष को अपदस्थ करने के बाद प्रदेश के कुछ और जिलों के अध्यक्ष निशाने पर हैं, जो धर्म विशेष से ताल्लुक रखते हैं। जानकारी के मुताबिक मप्र युवा कांग्रेस अध्यक्ष मितेंद्र दर्शन सिंह यादव ने मंगलवार को जारी किए आदेश में धार जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष पद पर रोहित कामदार को नियुक्त किया है।
ख्याल भी नहीं रखा गया है कि इस पद पर मौजूदा अध्यक्ष करीम कुरैशी करीब चार साल पहले निर्वाचित पद्धति से संगठन में पदाधिकारी बने हैं। सूत्रों का कहना है कि नागर पालिका परिषद में नेता प्रतिपक्ष पद संभाल रहे करीम कुरैशी पर न तो कोई आरोप है और न ही उनके खिलाफ किसी तरह की कोई शिकायत है।
बिना किसी पूर्व सूचना या करीम को फेवर में लिए बिना ही आनन फानन में यह आदेश जारी कर दिया गया है। कुछ और अध्यक्ष भी निशाने पर सूत्रों का कहना है कि धार जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष करीम कुरैशी को अपदस्थ करने के बाद इंदौर शहर, इंदौर ग्रामीण, सतना, बुरहानपुर, होशंगाबाद समेत कुल सात युवक कांग्रेस अध्यक्ष बदले जाने की तैयारी संगठन ने कर ली है।
इन सभी जिलों पर पदस्थ जिला अध्यक्ष मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।
सूत्रों का कहना है कि सॉफ्ट हिंदुत्व की आंधी में बह रही कांग्रेस ने धार जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष को यहां जारी भोजशाला बनाम जामा मस्जिद मामले के मद्देनजर टारगेट किया है। कहा जा रहा है कि किसी मुस्लिम पदाधिकारी की मौजूदगी के चलते कांग्रेस को एक बड़े वर्ग की नाराजगी और दूरी का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि करीम कुरैशी इस मामले में लगातार बढ़ चढ़कर शामिल हैं और हिंदू पक्ष की दलीलों के विरोध में भी दिखाई देते आए हैं।
नए अध्यक्ष का भाजपा की तरफ झुकाव दिख रहा —
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस द्वारा धार जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष पद पर नियुक्त किए गए रोहित कामदार का भाजपा की ओर गहरा झुकाव है। कांग्रेस से भाजपा में पहुंचे राजवर्धन सिंह दत्तिगांव और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय तक से उनके प्रगाढ़ रिश्ते हैं।
गाहे बगाहे कई कार्यक्रमों में रोहित इन भाजपा नेताओं का स्वागत और सम्मान करते नजर आते हैं। मौजूदा प्रदेश सरकार में मंत्री बनाए गए अलीराजपुर विधायक नागर सिंह चौहान का स्वागत करने भी वे पहुंचे थे।
पार्टी गाइड लाइन को दरकिनार कर वे इन तस्वीरों को सोशल मीडिया पर भी शेयर करते आए हैं। इधर, बिना सूचना या कारण पद से हटाए जाने के बाद भी करीम कुरैशी कहते हैं कि वे कांग्रेस की सियासत से जुड़े हैं और हमेशा इसके साथ ही रहेंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सियासत उन्हें विरासत में मिली है। पार्टी के आला नेताओं का स्नेह, आशीर्वाद और मार्गदर्शन उन्हें हमेशा मिलता रहा है। उन्हीं के प्रयासों से वे नगर पालिका परिषद में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।