इंदौर के लोगों को मिलेगी बारिश से हुए गड्ढों से निजात, कहीं लोग गिरते है तो कहीं वाहन चालक दचकाते है
इंदौर। इंदौर शहर में बारिश के कारण सड़कों पर होने वाले गड्ढों से अब शहरवासियों को जल्द ही निजात मिलने वाली है क्योंकि इसके लिए जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने निर्देश जारी किए है। गौरतलब है कि बारिश के कारण शहर के विभिन्न इलाकों में बड़े बड़े गड्ढे हो गए है और इस कारण लोग इनमें गिरते है तो कहीं वाहन चालक दचकाते है।
बारिश में सड़कों के गड्ढों की वजह से जल जमाव हो जाता है। इस वजह से आमजन को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ता है। सांवेर विधानसभा क्षेत्र में भी कई सड़कों पर ऐसी समस्या के कारण लोगों को परेशानी होती है। जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को इन गड्ढों को भरने के निर्देश दिए हैं।मंत्री तुलसी सिलावट ने इंदौर में लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। मंत्री सिलावट ने कहा कि बारिश में विधानसभा क्षेत्र सांवेर में सड़कों पर कई जगह गड्ढे होने के कारण जलजमाव की स्थिति निर्मित हो रही है। इस वजह से दुर्घटना का अंदेशा भी बना रहता है। बैठक में इंदौर संभाग के मुख्य अभियंता सीएस खरत, अधीक्षण यंत्री एमएस रावत, कार्यपालन यंत्री एसएन सोनी, एसडीओ टीके जैन, शिवानी अकोदिया उपस्थित थे। बैठक में मंत्री सिलावट ने स्वीकृत सड़कों पर चल रहे निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की।
यहां भर जाता है बारिश का पानी
शहर में सिरपुर तालाब के आसपास की बस्तियां, साईबाबा नगर, प्रजापत नगर, गीता नगर, अम्मार नगर, खेड़ापति हनुमान मंदिर क्षेत्र, विंध्याचल नगर, जनता कालोनी, सिंकदराबाद, विजय श्री नगर, निरंजनपुर, मेघदूत नगर, भमौरी, पिपलियाहाना, बड़ी ग्वालटोली, टापू नगर, काजी की चाल, नार्थ तोड़ा, साऊथ तोड़ा, कबूतर खाना, चंद्रभागा पुल के आसपास, जूनी इंदौर, धन्वंतरि नगर, टेलीफोन नगर के पीछे बस्ती, चांदमारी का भट्टा, कैलाश का भट्टा, संजय नगर, सेठी नगर सहित 50 से ज्यादा बस्तियां हैं जहां बारिश में जलजमाव की स्थिति बनती है। शहर की मुख्य सड़कों के साथ-साथ बस्तियों में जलजमाव की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। नगर निगम ने शहर में जलजमाव के 87 स्थान चिह्नित किए थे। इनमें से सिर्फ 47 पर ही सुधार का काम हुआ। शेष चिह्नित स्थान अब भी अपने उद्धार की राह बांट रहे हैं।
शहर में सिरपुर तालाब के आसपास की बस्तियां, साईबाबा नगर, प्रजापत नगर, गीता नगर, अम्मार नगर, खेड़ापति हनुमान मंदिर क्षेत्र, विंध्याचल नगर, जनता कालोनी, सिंकदराबाद, विजय श्री नगर, निरंजनपुर, मेघदूत नगर, भमौरी, पिपलियाहाना, बड़ी ग्वालटोली, टापू नगर, काजी की चाल, नार्थ तोड़ा, साऊथ तोड़ा, कबूतर खाना, चंद्रभागा पुल के आसपास, जूनी इंदौर, धन्वंतरि नगर, टेलीफोन नगर के पीछे बस्ती, चांदमारी का भट्टा, कैलाश का भट्टा, संजय नगर, सेठी नगर सहित 50 से ज्यादा बस्तियां हैं जहां बारिश में जलजमाव की स्थिति बनती है। शहर की मुख्य सड़कों के साथ-साथ बस्तियों में जलजमाव की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। नगर निगम ने शहर में जलजमाव के 87 स्थान चिह्नित किए थे। इनमें से सिर्फ 47 पर ही सुधार का काम हुआ। शेष चिह्नित स्थान अब भी अपने उद्धार की राह बांट रहे हैं।