तेज बारिश से पहली बार आई कंठाल नदी उफान पर
सुसनेर। शनिवार को मध्यप्रदेश के अन्य जिलों के साथ साथ सुसनेर सहित पूरे आगर मालवा जिले मे मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था। सुसनेर क्षेत्र मे शुक्रवार शनिवार की दरमियानी देर रात से बारिश का दौर जारी हो गया था। कभी झमाझम तो कभी रिमझिम हो रही बारिश का दौर शनिवार दोपहर तक चलता रहा। मौसम विभाग के तेज बारिश के अनुमान के चलते कई अशासकीय स्कूलों ने विद्यार्थियों के हित मे अवकाश धोषित कर दिया था। तो कई नही भी किया। तेज बारिश से चलते, सुसनेर क्षेत्र में कही कही जल भराव की स्थित एक दो जगह पर पानी की निकासी सही नही होने से गलियों में दिखी तो वही नदी नाले उफान पर आ गए एवं स्कूल के रास्ते बंद हो गए हो अनेक गांव का संपर्क शहर से टूट गया।
आगर कलेक्टर राघवेंद्रसिंह का कहना है कि नदी, नाले, पुल, पुलिया, रपटा पर जलभराव की स्थिति में वहां से गुजरने वाले रास्तों को बाढ़ एवं पानी होने की स्थिति में पार न करें। बारिश के समय में नदी-नालों से दूर रहें। कलेक्टर ने सुसनेर एसडीएम मिलिंद ढोके, तहसीलदार विजय सेनानी और नगर परिषद सुसनेर के सीएमओ ओपी नागर सहित जिले के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि गहरे पानी वाली जगहों पर लोगों को जाने से रोकने के उपाय करें। कलेक्टर, परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण आगर एवं अनुविभागीय अधिकारी सुसनेर नलखेड़ा द्वारा दिए गए निर्देश के पालन में सीएमओ ओपी नागर ने शनिवार को बरसात के दौरान नगर परिषद सुसनेर में स्थित कंठाल नदी में इस बरसात में पहली बार माधव घाट पर स्थित छोटी पुलिया तथा शिव मंदिर रावला गली के पास की पुलिया पर पानी आने से बैरिकेट्स लगाए जाकर निकाय कर्मचारियों को तैनात किया गया। ताकी पुल पर तेज बहाव का पानी होने पर कोई भी व्यक्ति पुलिया पार ना करे। इस हेतु निकाय कर्मचारियों द्वारा आने जाने वाले को रोका भी गया। इन स्थानों पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी ओपी नागर के साथ निकाय के स्वच्छता प्रभारी अखलाक अहमद खान, प्रभारी लेखा पाल जमील उर रहमान, प्रभारी मेट हरिचंद कलोसिया, एहसान खान, गुमान कलोसिया सहित अन्य कर्मचारी एतिहात के तौर पर मौजूद थे।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी नागर द्वारा नगरवासियों एवं आम जन से आग्रह किया हैं की कंठाल नदी की पुलियायो पर पानी हो तो उसे पार ना करे। शनिवार को तेज बारिश के कारण मेला ग्राउंड की दोनों पुलियाओं पर दो फिट ऊपर तेज बहाव से पानी बहने के कारण बामनियाखेड़ी, पिपलिया नानकार सहित अनेक गांवों का रास्ता बाधित रहा। जिसके कारण लोगो को मवड़ी दरवाजे के रास्ते वाली पुलिया ने निकलना पड़ा।