यातायात प्रबंधन की दृष्टि से 150 चौराहों को वाई-फाई करने का दावा

इंदौर। नगर निगम ने अभी अच्छे-भले मधुमिलन चौराहे को नए प्रयोग के चलते बर्बाद कर दिया, जहां रोजाना जनता चकरघिन्नी हो रही है और सोशल मीडिया पर भी उसका मजाक बन रहा है। यातायात प्रबंधन की दृष्टि से निगम बजट में जहां 150 चौराहों को वाई-फाई करने का दावा किया गया है, तो 200 करोड़ रुपए की लागत से नगर निगम का नया कॉम्प्लेक्स बनाया जाएगा।

वर्तमान में निगम परिसर में जो भवन का काम चल रहा है उसे 3 माह में पूरा कर लेने का दावा भी किया गया है। निगम के इसी अपूर्ण भवन की ऊपरी मंजिल पर परिषद् हॉल यानी सदन बनाया गया है और इसी अटल सदन में आज नगर निगम का बजट महापौर ने सभापति मुन्नालाल यादव और सभी पार्षदों, निगम अधिकारियों की मौजूदगी में प्रस्तुत किया। पिछले दिनों निगम ने मास्टर प्लान की 23 सडक़ों के चार पैकेज में टेंडर भी जारी किए हैं। इसके लिए केन्द्रीय सहायता योजना के तहत नगर निगम को 468 करोड़ रुपए प्राप्त हो गए हैं। महापौर का कहना है कि मास्टर प्लान की इन सभी 23 सडक़ों का निर्माण आगामी 8 माह में कर लिया जाएगा, जिसमें सुभाष मार्ग, ंिजंसी से नेमीनाथ चौराहा, भागीरथपुरा, भमोरी से राजशाही गार्डन, जंजीरवाला चौराहा से अटल द्वार, मधुमिलन से छावनी, एडवांस एकेडमी से रिंग रोड, जीपीओ से सरवटे सहित प्रमुख सडक़ों का निर्माण शुरू किया जाना है। 5 स्थानों पर हाइड्रोलिक पार्किंग के प्रावधान भी किए गए हैं। वहीं यातायात प्रबंधन और चौराहों के सौंदर्यीकरण हेतु साढ़े 8 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। सभी प्रमुख चौराहों को कैमरायुक्त आईटीएमएस सिस्टम से जोडऩे का कार्य भी प्रगति पर है। निगम के कार्यालय को ई-ऑफिस में तब्दील किया जाएगा और 150 प्रमुख चौराहों को चिन्हित कर फ्री वाई-फाई की सुविधा नागरिकों को देंगे। आईटी कार्य के लिए 2.14 करोड़ रुपए की राशि खर्च होना अनुमानित की गई है, जिसके लिए तीन साल की अवधि हेतु कंसल्टेंट की नियुक्ति की जाएगी और 2.64 करोड़ रुपए से सालभर में निगम के लीज विभाग के दस्तावेजों का डिजिटाइजेशन और डॉक्यूमेंट मैनेजमेंट कार्य होगा।