लक्ष्य को लेकर कार्य को करते हैं तो बहुत ही आसानी से हो जाता- माहेश्वरी
सारंगपुर। कार्य कितना भी कठिन क्यों ना हो यदि हम लक्ष्य को लेकर कार्य को करते हैं तो वह कार्य बहुत ही आसानी से संपन्ना हो जाता है। इसलिए हर मनुष्य को चाहिए कि वह यदि कोई कार्य करता है और वह उसमें सफलता प्राप्त करना चाहता है तो उसे अपने लक्ष्य को लेकर काम करना पडेगा तभी उसके बडे से बडे काम आसानी संपन्ना हो सकेंगे।
उक्त उद्गार कपिलेश्वर गीता स्वाध्याय मंडल की वरिष्ठ संस्कृताचार्या जानकी माहेश्वरी ने यजमान प्रमोद छाया जोशी के घर पर आयोजित गीता स्वाध्याय पाठ के अंतर्गत व्यक्त किए। इस अवसर पर विश्वगीताप्रतिष्ठानम उज्जयिनी द्वारा संचालित कपिलेश्वर गीता स्वाध्याय मंडल द्वारा घर-घर गीता का प्रचार हो गीत का गायन स्वाध्याय मंडल के विजय पालीवाल ने कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम स्वाध्याय मंडल के वरिष्ठ संस्कृताचार्य जितेंद्र कुमार पाठक द्वारा भगवान श्री कृष्ण एवं श्रीमद्भागवत गीता की पूजन अर्चन कर दीप प्रज्वलित किया। तत्पश्चात विश्व गीता प्रतिष्ठानम के स्वाध्याय पत्रक का गायन कपिलेश्वर स्वाध्याय मंडल के वरिष्ठ संस्कृताचार्य जितेंद्र कुमार पाठक, आनंद मोहन व्यास, विजय पालीवाल, राधेश्याम माहेश्वरी, प्रमोद जोशी, अनिल गुप्ता, अनुसूईया जोशी, मंगला वैद्य, मोनिका चौरसिया, जानकी माहेश्वरी, छाया जोशी ने किया। श्रीमद्भागवत गीता के 11 श्लोको का सस्वर वाचन बाल संस्कृताचार्य बहिन ग्रेसी चौरसिया एवं भैया अग्रेश चौरसिया ने किया।
कार्यक्रम के अंत में श्रीमद्भागवत गीताजी की आरती उतारी गई। तत्पश्चात वरिष्ठ संस्कृताचार्या जानकी माहेश्वरी ने कार्यक्रम में उपस्थित स्वाध्याय प्रेमियों से प्रतिदिन श्रीमद्भगवद्गीता का एक श्लोक याद करने का संकल्प दिलवाया। आगामी गीता स्वाध्याय हेतु मोनिका कमल चौरसिया के सिर पर गीता जी रखकर उनको यजमानत्व सौंपा गया। कल्याण मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।