न्याय के लिए युवक शंकरपुर से महाकाल तक दंडवत यात्रा पर निकला -परिवार साथ में ,हाथ में देश का झंडा थामा , प्रशासन एवं पुलिस को सद् बुद्धि की प्रार्थना की
दैनिक अवन्तिका
उज्जैन। प्रशासन एवं पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट उज्जैन के शंकरपुर निवासी भोला दास बैरागी पिता घनश्याम दास 42 वर्ष ने भगवान श्री महाकाल से दंडवत यात्रा का संकल्प लेकर मन्नत मांगी है। इस संकल्प को उनके भाई राजवीर पूरा कर रहे हैं। संकल्प के तहत मक्सी रोड स्थित शंकरपुर से महाकाल करीब 7.5 किलोमीटर दंडवत यात्रा की है। इस यात्रा में परिवार देश का ध्वज हाथ में लिए रहा है।
भोलादास बैरागी बताते हैं कि 25 अप्रेल 2024 को साजिश के तहत उनके घर के सामने खडी गाडी में टक्कर मारी गई । गाडी तौड दी गई। मेंरे पुत्र राज का एक अंगुठा इसमें चला गया। मेंरे पैर पर गाड़ी चढ़ा दी गई थी । मेरी नाबालिग लड़की को अगवा कर लिया गया । बाद में जिसे ढूंढ कर पुलिस ने हमारे सामने पेश किया,परंतु वह भी आज हमारे साथ रहने को तैयार नहीं है और अन्य रिश्तेदार के यहां रहती है। इस दंडवत यात्रा के पीछे भगवान महाकाल से यह प्रार्थना कर रहे हैं कि नाबालिक लड़की को अगवा करने वाले आरोपियों को पुलिस हमारे सामने लाए जो कि आज तक हमें नहीं बताया गया कि अगुवा करने वाले आरोपी कौन हैं। न्याय की आस लेकर हम अपने घर से बाबा महाकाल के आंगन तक निकले हैं। उज्जैन कलेक्टर, एसपी, थाना प्रभारी पंवासा ने हमारी आज तक कोई सुनवाई नहीं की है। हमारी गाडी भी सुधरवा कर नहीं दी है। इसी सब से परेशान होकर न्याय के लिए बाबा महाकाल से यह मन्नत मांगी है । भोलादास के साथ उनके पिता करण, भतीजे राजवीर, बेटा राज, बेटी पूजा भी इस दंडवत यात्रा में शामिल होकर साथ चल रहे हैं। भतीजा राजवीर अपने चाचा भोलादास बैरागी के संकल्प को पूरा करने के लिए दंडवत यात्रा की है।