महाकाल मंदिर में फिर कुत्ते के हमले का शिकार हुई महिला श्रद्धालु

दैनिक अवंतिका  उज्जैन
उज्जैन। महाकाल मंदिर परिसर में आवारा कुत्तों पर रोक लगाने में सभी नाकाम दिखाई दे रहे है। गुरूवार सुबह एक बार फिर कुत्ते के हमले का शिकार महिला श्रद्धालु हो गई।
जबलपुर की रहने वाली सुषमा शाह परिवार के साथ महाकाल दर्शन करने  आई थी। सुबह बाबा के दर्शन करने के बाद परिवार परिसर में गेट नबंर-1 तक आया था, उसी दौरान कुत्ते ने सुषमा पर हमला कर दिया और पैर में काट लिया। खून निकलने पर उन्हे तत्काल मंदिर परिसर में बने स्वास्थ्य केन्द्र तक लाया गया, जहां से जिला अस्पताल भेजा गया। डॉक्टरों ने रैबिज वैक्सीन का डोज लगाया है। मंदिर में परिसर में श्रद्धालु लगातार कुतों के हमले का शिकार हो रहे है। बावजूद परिसर में आने पर रोक लगाने में मंदिर समिति, सुरक्षाकर्मी और नगर निगम नाकाम दिखाई दे रहे है। कुछ दिन पहले आंध्र प्रदेश के श्रद्धालु पर कुत्ते ने बुरी तरह हमला किया था। उससे पहले दिल्ली से आई महिला डॉक्टर को कुत्ते ने अपना शिकार बनाया था। ऐसा नहीं है कि कुत्ते अचानक मंदिर परिसर में आ रहे है। इन्हे परिसर में लगातार घूमते देखा जा सकता है। मंदिर परिसर ही नहीं महाकाल लोक में भी कुत्ते दिन-रात दिखाई देते है। गुरूवार सुबह महिला श्रद्धालु के साथ हुई घटना के बाद भी गणेश मंडपम के आसपास कुत्ते घूमते दिखाई दे रहे थे, लेकिन उन्हे परिसर से बाहर निकालने वाला कोई नहीं था।
मंदिर समिति ने लिखा पत्र, 22 पकड़े थे
श्रद्धालुओं के साथ कुत्तों की वजह से होने वाली घटनाओं को लेकर बताया जा रहा है कि मंदिर समिति ने पूर्व में नगर निगम को पत्र लिखकर कुत्ते पकड़ने के लिये कहा था। दिल्ली और आंध्रप्रदेश के श्रद्धालुओं के साथ हुई घटना के बाद नगर निगम की टीम ने जाल बिछाया था, उस दौरान 20 के लगभग कुत्तों को पकड़ने की खबर सामने आई थी, लेकिन फिर भी मंदिर परिसर में कुत्तों की संख्या कम नहीं हुई। नगर निगम की एक टीम को मंदिर परिसर में लगातार तैनात रहना होगा।