रिमांड पर रतलाम के रहने वाले 3 बदमाश नोटो की गड्डी का झांसा देकर वृद्धा से ठगे थे कान के टॉप्स
दैनिक अवंतिका उज्जैन
उज्जैन। नोटो की गड्डी का झांसा देकर वृद्ध महिलाओं से आभूषण ठगने वाले बदमाशों ने 5 माह पहले मक्सीरोड सब्जी मंडी में वारदात को अंजाम दिया था। सुराग मिलने पर माधवनगर पुलिस ने 3 बदमाशों को रिमांड पर लिया है। कान के टॉप्स बरामद कर लिये गये है। दूसरी वारदातों के संबंध में पूछताछ जारी है।
17 फरवरी को हीरा मिल की चाल में रहने वाली धापूबाई पति अमृतलाल 55 वर्ष पैदल फ्रीगंज से घर की ओर लौट रही थी। 2 बदमाशों ने उन्हे अकेला पाकर रोका और बातों में उलझाकर बाहर जाने की बात करने लगे। वृद्धा कुछ समझ पाती दोनों ने नोटो की गड्डी दिखाई और डेढ़ लाख होना बताया। नोटों की गड्डी कपड़े में छुपाकर रखी गई थी, सिर्फ 500 का नोट दिखाई दे रहा था। वृद्धा लालच में आ गई। मक्सीरोड सब्जी मंडी पहुंचने पर बदमाशों ने कान के टॉप्स देने की बात कहंी और नोटों की गड्डी लेने के लिये कहा। डेढ़ लाख के लालच में आई धापूबाई ने टॉप्स थमा दिये थे। घर पहुंचने पर कागज के टुकड़े निकलने पर माधवनगर थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। कैमरों के फुटेज देखने पर दोनों बदमाशों का तीसरा साथी भी दिखाई दिया था। माधवनगर थाने के एसआई शाशिकांत गौतम ने बताया कि रतलाम के नामली में रहने वाले तीनों बदमाशों देवा पिता चुन्नीलाल सोलंकी, सूरज पिता सोनू चौहान और धर्मू पिता विजय परमार को उन्हेल पुलिस ने कुछ दिन पहले गिरफ्तार किया था। पता चला कि तीनों बदमाशों ने उज्जैन में वारदात की है। तीनों को प्रोटेक्शन वारंट पर पूछताछ के लिये लाया गया। तीनों ने सब्जी मंडी में वृद्धा के साथ ठगी करना स्वीकार कर लिया। उनकी निशानदेही पर सोने के टॉप्स बरामद कर लिये गये है। गुरूवार को दोबारा से न्यायालय में पेश कर रिमांड अवधि 2 दिनों के लिये बढ़वाई गई है। संभावना है कि पूछताछ में कुछ ओर वारदातों का पता चल सकता है।
500 रूपये ठगते थे हजारों का सोना
तीनों बदमाश काफी शातिर प्रवृत्ति के है, 500 रूपये में 50 से 60 हजार कीमत के आभूषण ठगकर ले जाते थे। वारदात के दौरान अकेली बुजुर्ग महिला का टारगेट करते थे, उसकी कुछ दूरी तक रैकी करते थे और फिर बातों में उलझा लेते थे पहले खुद को गरीब बताते और फिर नोटो की गड्डी का झांसा देते। उन्हेल में 12 जुलाई को 60 वर्षीय वृद्धा से 60 हजार कीमत के टॉप्स उतरवा लिये थे। उन्हेल पुलिस ने मामला गंभीरता से लिया था और सप्ताहभर की तलाश के बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया था। वारदात में प्रयुक्त बाइक भी जप्त की गई थी।