मिशन 2023 के लिए अब दलितों पर मतदाताओं को रिझाने की कोशिश
संत रविदास जयंती पर भाजपा सत्ता-संगठन के साथ पंचायत स्तर तक झोंक रही ताकत, कांग्रेस की भी सागर में विशाल सभा
ब्रह्मास्त्र भोपाल। प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में भले ही अभी वक्त हो, लेकिन इसके लिए भाजपा-कांग्रेस ने इसे लेकर बनाई रणनीतियों पर काम करना शुरू कर दिया है। मिशन-2023 के चलते अभी से जातिगत समीकरण जमाने लगे हैं। आदिवासियों के बाद अब दलित वर्ग के वोटरों को रिझाने की कोशिश की जा रही है। इसलिए कल 16 फरवरी को संत रविदास जयंती के बहाने भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियां दलित वोटर्स को साधने में जुट गई हैं। प्रदेशभर में दोनों दलों द्वारा जगह-जगह आयोजन कराने की तैयारी में जुटे हैं।
भाजपा सरकार इस बार रविदास जयंती ग्राम पंचायत स्तर तक मनाएगी। इसके लिए सत्ता और संगठन दोनों एक साथ जोर लगा रहे हैं। दरअसल, मध्यप्रदेश में इस वर्ग के लिए 35 सीटें आरक्षित हैं। इन सीटों के अलावा दलित वर्ग के वोटर अन्य सीटों पर भी असरदार है। इसलिए दलित वर्ग पर पैनी नजर जमाए हैं। गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को इनकी सीटों पर नुकसान उठाना पड़ा है। इसलिए बीजेपी को सत्ता हासिल नहीं हो सकी थी। 2013 की तुलना में अनुसूचित जाति वर्ग की 10 सीटों का नुकसान हुआ। 28 से सीट घटकर 18 पर आ गईं। इसलिए भाजपा दलित वर्ग को साधने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है।
कमलनाथ की सागर में होगी बड़ी जनसभा
कांग्रेस भी रविदास जयंती के कार्यक्रमों को लेकर तैयारियों में जुटी है। पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ 16 फरवरी को सागर में रविदास जयंती पर विशाल सभा को संबोधित करेंगे।