छात्राएं अब कॉलेज में पढ़ने के मामले में भी छात्रों से आगे , एमए,एमकॉम और एमएससी की पढ़ाई करने में रुचि 

उज्जैन।  मप्र बोर्ड की 10वीं-12वीं या सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के परिणाम में हर साल परचम लहराने वाली छात्राएं अब कॉलेज में पढ़ने के मामले में भी छात्रों से आगे आ रही हैं। छात्राएं प्रदेश के साथ ही  उज्जैन जिले   में यूजी-पीजी कॉलेज में परंपरागत पाठ्यक्रमों में भी अधिक प्रवेश ले रही हैं।
कॉलेजों में प्रवेश लेने में उनकी रुचि बढ़ी
कॉलेज में पंजीयन नि शुल्क और प्रतिभा किरण सहित अन्य योजनाओं में लड़कियों को छूट मिलने के कारण भी कॉलेजों में प्रवेश लेने में उनकी रुचि बढ़ी है। अभी प्रदेश के 1323 कॉलेज में करीब 10.39 लाख सीटों पर प्रवेश के लिए प्रक्रिया जारी है।

उज्जैन जिले सहित यदि पूरे प्रदेश के जो आंकड़े सामने आए है उसके अनुसार  यूजी में 8.25 लाख सीटों में से 2.83 लाख विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। इनमें 1.66 लाख छात्राएं और 1.16 लाख छात्र हैं। वहीं पीजी में प्रवेश के मामले में छात्राओं की संख्या छात्रों से दोगुनी है। पीजी में 2.13 लाख सीटों में से 76 हजार विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। इनमें से 51 हजार छात्राएं और 25 हजार छात्र हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो इस साल यूजी-पीजी में 2.18 लाख छात्राओं और 1.42 लाख छात्रों ने प्रवेश लिया है। अब तक 6.79 लाख सीटें खाली हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि विभाग को प्रवेश का आंकड़ा बढ़ाने के लिए एक राउंड अतिरिक्त काउंसलिंग करानी होगी। उज्जैन जिले सहित यदि पूरे प्रदेश के जो आंकड़े सामने आए है उसके अनुसार   इस साल यूजी-पीजी पाठ्यक्रम में करीब एक तिहाई सीटों पर विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। पिछले साल 9.90 लाख सीटों पर 5.93 लाख विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया था, वहीं इस साल 10.39 लाख सीटों पर प्रवेश के लिए प्रक्रिया जारी है। यूजी में अभी तक 8.25 लाख सीटों में से 2.83 लाख विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। यह प्रवेश अब तक का सबसे कम है। विभाग ने दो मुख्य और दो सीएलसी राउंड चलाए थे। पीजी में कुल 76 हजार प्रवेश हुए हैं।इसमें छात्राओं की संख्या दोगुनी है। छात्राएं एमए,एमकॉम और एमएससी की पढ़ाई करने में रुचि ले रही हैं।