वन विहार नेशनल पार्क में कम होती जा रही है वन्यप्राणियों की संख्या

भोपाल । तमाम सुविधाओं से परिपूर्ण भोपाल स्थित वन विहार नेशनल पार्क में वन्यप्राणियों की संख्या बढऩे की जगह कम होती जा रही है। यह स्थिति तब बनी हुई है, जबकि यहां पर समय- समय पर वन्यप्राणियों को रेस्क्यू कर लाया जाता है।
अच्छे इलाज के तमाम दावों के बीच अधिकांश रेस्क्यू कर लाए गए वन्यप्राणियों की यहां मौत हो जाती है। इस मामले में कितनी लापरवाही बरती जा रही है। इसका खुलासा खुद बीते साल की वन्यप्राणी गणना की रिपोर्ट से होता है। इस पार्क में वन्यप्राणियों के इलाज पर हर सालों लाखों खर्च किए जाते हैं। इसके बाद भी वन विहार नेशनल पार्क में वन्यप्राणियों की संख्या में तेजी से गिरावट थमने का नाम लहीं ले रही है। इस वर्ष की गणना में यहां पर शाकाहारी और मांसाहारी जानवरों को मिलाकर कुल 1490 वन्यप्राणी मिले हैं। अगर बीते साल की बात करें तो गणना में यह संख्या 1510 थी। जबकि इसके पहले साल 2022 में 1629 वन्य प्राणियों के होने के आंकड़े सामने आए थे। आंकड़ों के मुताबिक पिछले 7 साल में यहां पर महज 300 जानवरों की बढ़ोतरी हुई है। बता दें कि फरवरी में शुरु हुई गणना में 52 ट्राजेक्ट पॉइंट  तैयार किए गए थे। इन पाइंट पर करीब 60 कर्मचारियों ने तीन दिन तक गणना की थी। अलग-अलग जगहों से घायल बाघ और तेंदुए आने के कारण इस साल इनकी संख्या में बढ़ोतरी हुई है। जबकि शाकाहारी जानवरों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है। चीतल, हिरण, नीलगाय, सांभर की तादाद कम हुए हैं। प्रबंधन का दावा है कि इस साल के अंत तक कई अन्य नए जानवर वन विहार में देखने को मिलेंगे। इनके लिए बाड़े बनाए जा रहे हैं। इनमें जेब्रा, जिराफ, चौसिंगा शामिल हैं।

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