जाको राखे साईंया मार सके ना कोय : वायनाड में भूस्खलन, 98 घंटे बाद मलबे से जिंदा मिले 4 लोग

फोन की लास्ट लोकेशन से लाशें ढूंढी जा रहीं अब तक 318 मौतें, 206 लापता

एजेंसी वायनाड

जाको राखे साईंया मार सके ना कोय, यह कहावत उस समय बिल्कुल सही साबित हुई, जब केरल के वायनाड में मलबे से चार दिन बाद चार लोग जिंदा मिले। इनमें दो महिलाएं और दो पुरुष हैं।

केरल के वायनाड में 29-30 जुलाई की रात 2 बजे से 4 बजे के बीच लैंडस्लाइड की 4 घटनाएं हुई थीं। चार गांव बह गए थे। हादसे के चौथे दिन सेना ने 4 लोगों को जिंदा निकाला। इनमें दो महिला और पुरूष हैं। चारों एक ही परिवार के हैं। ये पदावेट्टी कुन्नू में फंसे हुए थे।
हादसे में अब तक मरने वालों की संख्या 313 हो गई है। 130 लोग अस्पताल में हैं, जबकि हादसे के चार दिन बाद भी 206 लोग लापता हैं। सेना अब मोबाइल के लास्ट लोकेशन के हिसाब से लोगों को ढूंढ़ने का काम कर रही है।

राहुल बोले- पिता के निधन का दिन याद आया
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी 1 अगस्त को वायनाड पहुंचे थे। दोनों ने प्रभावित लोगों से बात की। चूरलमाला और मेप्पाडी में एक अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मॉचुर्री भी पहुंचे। आज शुक्रवार को भी राहुल गांधी वायनाड में रहेंगे। यहां राहत कार्य को लेकर पार्टी नेताओं और मेप्पाड़ी ग्राम पंचायत के डेलिगेशन से मिले। राहुल ने कहा- यह देखना दुखद है कि कितने लोगों ने अपने परिवार और घरों को खो दिया है। आज मुझे वैसा ही महसूस हो रहा है, जैसा मेरे पिता के निधन के समय हुआ था। राहुल वायनाड और रायबरेली से लोकसभा चुनाव जीते थे। उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी थी। अब प्रियंका वायनाड से चुनाव लड़ने वाली हैं।

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