पूछताछ में बदमाशों से खुला दूसरी वारदात का राज – वृद्ध महिलाओं को झांसा देकर ठगते थे आभूषण

दैनिक अवंतिका उज्जैन
उज्जैन। रतलाम से आकर उज्जैन और ग्रामीण क्षेत्रों में वृद्ध महिलाओं को झांसा देकर आभूषण ठगने वाले बदमाशों से एक और वारदात का खुलासा हो गया है। अब तक तीन वारदातों के आभूषण पुलिस बरामद कर चुकी है।
पिछले डेढ़ 2 वर्ष से शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में वृद्ध महिलाओं को नोटों की गाड़ी का झांसा देकर आभूषण ठगने वाले बदमाशों को उन्हेल थाना पुलिस ने १8 जुलाई को गिरफ्तार किया था। रतलाम के ग्राम नामली में रहने वाले देवा सोलंकी, सूरज चौहान और धर्मू परमार ने 12 जुलाई को माली मोहल्ले में रहने वाली 60 वर्षीय महिला से कान के टॉप्स ठग लिए थे। उन्हेल पुलिस को मिली सफलता के बाद बदमाशों को जेल भेज दिया गया था। शहर के माधवनगर थाना क्षेत्र में वर्ष 20023-24 के दौरान हुई महिलाओं के साथ ठगी के मामले में तीनों बदमाशों को पूछताछ के लिए उज्जैन लाया गया। रिमांड पर पर लेकर पूछताछ की जा रही है। बदमाशों ने 17 फरवरी 2024 को हीरामिल की चाल में रहने वाली धापूबाई अकोदिया से वारदात करना कबूल कर लिया। पुलिस में कान के टॉप्स बरामद करने के बाद गुरुवार को न्यायालय में पेश किया था जहां से 2 दिन की रिमांड अवधि बढ़ाई गई। गुरुवार-शुक्रवार रात तीनों बदमाशों ने 3 मई 2023 को शहीद पार्क से पहले गणेश मंदिर के सामने राजकुमारी पति जेपी शर्मा निवासी कृष्णा पार्क कॉलोनी नानाखेड़ा के साथ की गई वारदात को भी स्वीकार कर लिया। पुलिस ने तीनों से सोने की चेन और अंगूठी बरामद की है। उपनिरीक्षक शशिकांत गौतम ने बताया कि बदमाश काफी शातिर है जिनसे कुछ और वारदातों की जानकारी सामने आ सकती है। तीनों बदमाश बाइक पर सवार होकर रतलाम से उज्जैन आते थे और नोटों की गाड्डी का झांसा देकर वृद्ध महिलाओं से हजारों-लाखों रुपए कीमत के आभूषण ठग कर भाग निकलते थे।

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