माली धर्मशाला में गूंजे कृष्ण के जयकारे कृष्णा के जन्म पर थिरके भक्त
रुनिजा। भक्तो को भय मुक्त करने व अच्याचारियो का अंत करने भगवान अवतार लेते है। मथुरा को कंस के अत्याचार से मुक्त कराने भगवान हरि को कृष्ण के रूप में अवतार लेना पड़ा। उक्त बात ग्राम बालोदा कोरन में श्री गुजराती रामी माली समाज के द्वारा आयोजित भगवत ज्ञान गंगा महोत्सव में पंडित लक्ष्मी नारायण शर्मा ने कृष्ण जन्मोत्सव के पूर्व माली धर्मशाला में चतुर्थ दिवस कही।कथा विश्राम के पूर्व श्री कृष्ण जन्मोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया जिसमें नन्है से बालक को कृष्ण के रूप में धनजी जादव ने वासुदेव के रूप में अपने सिर पर उठा कर पूरे गांव का भ्रमण करके कथा पाडल में पहुंचे जहां श्रृद्धालु नाचते झुमते हुए भगवान कृष्ण के जयकारे लगाते हुए नन्हे बालक में कृष्ण की छवि देखकर उसे माखन मिश्री खिलने लगे एवं लाड प्यार दुलार करने लगे। तथा बड़े ही हर्षोउल्लास के साथ भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया।