खुसुर-फुसूर …तो क्या जलाए गए कुत्ते की आत्मा के कारण काट रहे कुत्ते !

दैनिक अवंतिका  खुसुर-फुसूर

…तो क्या जलाए गए कुत्ते की आत्मा के कारण काट रहे कुत्ते !

नागीन फिल्म में नाग की हत्या का बदला चार दोस्तों से नागिन लेती है। ऐसा ही कुछ मंदिर में कुत्ते की संदिग्ध मौत और उसे जला देने के मामले से जुडा हुआ इन दिनों खुसुर-फुसूर में है। संभवत: मृत कुत्ते की आत्मा मंदिर परिसर में घूम रही इस प्रजाति में आए दिन प्रवेश कर रही है और आकस्मिक उग्रता के तहत आने वाले श्रद्धालुओं को शिकार बना रही है। मामला इस प्रकार सामने आ रहा है कि 28 फरवरी 2023 को टनल निर्माण के दौरान एक कुत्ते की मौत हुई थी। ठेकेदार के श्रमिकों ने कुत्ते की मौत को छुपाया और फिर उसे वहीं जला दिया था। तत्कालीन समय में इस मामले के सामने आने पर लोगों ने काफी आक्रोश जताया था। पिछले कई महिनों से मंदिर में वो हो रहा है जो पिछले कई दशकों से न तो देखा गया है न सूना गया है। यही नहीं अन्य मंदिरों में जहां कुत्तो की तादात जमकर है वहां भी वो नहीं हो रहा है जो यहां हो रहा है। इस बात की चर्चा गलियारों में है कि मरने वाले कुत्ते की आत्मा अब इस पूरे क्षेत्र में भटक रही है और यह अपनी प्रजाति के कुत्तों में प्रवेश कर आए दिन श्रद्धालुओं को शिकार बना रही है। मंदिर से जुडे कुछ कर्मचारी तो  दावे से कहते हैं कि पहले भी मंदिर में कुत्ते इधर उधर घुमते रहते थे कुंड के आसपास सोये रहते थे। आसपास से श्रद्धालुओं का आवागमन होता था लेकिन कभी किसी को हताहत नहीं किया गया। जब से कुत्ते की मौत और जलाने वाला घटनाक्रम हुआ है उसके बाद से ही निरंतर रूप से आए दिन कुत्तों के लोगों को काटने का क्रम बना हुआ है। बताया जा रहा है कि मंदिर के कुछ कर्मचारी कुत्ते की आत्म शांति के लिए उस स्थान पर हाथ जोडते भी देखे गए जहां कुत्ते को जला दिया गया था। खुसूर-फुसूर है कि अगर मंदिर परिसर के किसी कोने में उनके खाने का एक स्थान तय कर दिया जाए। सभी  मौजूद कुत्तों को पेट पूजा के लिए पर्याप्त रोटी डाली जाए तो इस आत्म शांति की पूर्णता की जा सकती है। इससे उनके अंदर की उग्रता भी शांत हो जाएगी। इसके बाद देखा जाए की आत्मा काटती है या दुआ देती है।

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