निरीक्षण के दौरान दिये व्यवस्था सुधारने के निर्देश गर्भवती को रैफर करने वाले डॉक्टरों पर सिविल सर्जन का शिकंजा
दैनिक अवंतिका उज्जैन
उज्जैन। चरक भवन से गर्भवती महिलाओं को निजी अस्पताल रैफर किये जाने के मामलों को लेकर नवागत सिविल सर्जन ने डॉक्टरों पर शिकंजा कस दिया है। निर्देश जारी किये गये है कि अब रैफर करने की वजह बताना होगी। सवालों का जवाब देना होगा। खामियां सामने आने पर कमेटी जांच करेगी।
सोमवार को नवागत सिविल सर्जन डॉ. अजय दिवाकर चरक भवन की व्यवस्थाओं को देखने पहुंचे थे। चरक भवन में गर्भवती महिलाओं को रैफर करने का मामला सबसे गंभीर था, जिसको लेकर उन्होने सभी डॉक्टरों को निर्देश जारी किया कि अब गर्भवती को करने से पहले इसकी जानकारी उन्हे उपलब्ध करना होगी। गर्भवती का उपचार चरक में क्यों नहीं हो सकता, इसका कारण बताना होगा। इसको लेकर जल्द एक कमेटी का गठन किया जायेगा, जो गर्भवती को किस अस्पताल में रैफर किया गया है, इसकी जानकारी रखेगी और उक्त अस्पताल के डॉक्टरों से पूछताछ करेगी। मामले को लेकर सिविल सर्जन डॉ. दिवाकर ने बताया कि चरक भवन में प्रसूती की सभी सुविधाएं है, बावजूद गर्भवती महिलाओं को रैफर किया जा रहा था। उनके प्रयास होगें कि सभी की डिलेवरी शासकीय चरक भवन में हो। शासन की सभी सुविधा चरक में मौजूद है। उन्होने चरक भवन में रैफर दलाली करने वालों पर नजर रख एक्शन लेने का इशारा भी कर दिया है। विदित हो कि चरक भवन से आये दिन गर्भवती महिलाओं को दलालों के माध्यम से निजी अस्पताल रैफर किये जाने के मामले सामने आ रहे थे। जिससे चरक भवन की छबि खराब हो रही थी। नवागत सिविल सर्जन अब इस प्रथा पर रोक लगाने के लिये शिकंजा कस चुके है।
अब नहीं बनेगें फर्जी अस्वस्थता प्रमाण-पत्र
सिविल सर्जन ने व्यवस्थाओं को सुधारने के प्रयासों में सभी विशेषज्ञ और सहायक शल्य चिकित्सको को एक पत्र जारी किया है। जिसमें शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों के अस्वस्थता प्रमाण पत्र बनाने को लेकर भी रोक लगाने के निर्देश जारी किये है। पत्र में आदेशित किया गया था कि शासन के अन्य विभागों में कार्यरत सेवको का बिना किसी गंभीर बीमारी के लम्बे समय का अस्वस्थ्यता प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जाये। शासकीय सेवक बिना गंभीर बीमारी के प्रमाण-पत्र जारी कराकर अपने कार्यस्थल से लम्बे समय तक अनुपस्थित रहते है। बिना परीक्षण के प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जायेगा। सिविल सर्जन ने आदेश का कढाई से पालन करने के निर्देश दिये है।
समय पर ड्युटी आने और सफाई के निर्देश
सोमवार को चरक भवन का जायजा लेने पहुंचे सिविल सर्जन डॉ. दिवाकर ने स्टॉफ से व्यवस्थाओं की जानकारी ली और आदेश जारी किया कि सभी कर्मचारी, डॉक्टर समय से ड्युटी पर आये। स्टॉफ एप्रीन के साथ आई कार्ड लगाये। स्टॉफ से जुड़े अन्य कर्मचारी भी ड्रेस में दिखाई दे। चरक भवन की सफाई व्यवस्था को बेहतर किया जाये। चरक भवन से पहले जिला अस्पताल के निरीक्षण पर पहुंचे सिविल सर्जन ने सबसे पहले सभी को समय पर ड्युटी करने और ड्रेस में आने के आदेश जारी किये थे।