बिना रजिस्ट्रेशन चल रहा था 3 मंजिला निजी अस्पताल
उज्जैन। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मंगलवार को बिना रजिस्ट्रेशन और डिग्री के चलाये जा रहे 3 मंजिला निजी अस्पताल पर एक्शन लेते हुए सील करने की कार्रवाई की है। कुछ दिनों में ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 2 स्थानों पर ताले लगाये है, एक को सात दिनों में रजिस्टेशन कराने की हिदायत दी है। उज्जैन-उन्हेल रोड पर ग्राम ढाबला फंटा में महाकाल कायरो केयर सेंटर नाम से 3 मंजिला अस्पताल संचालित किया जा रहा था। जिसकी शिकायत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तक पहुंची थी। मंगलवार को सीएमओ कार्यालय से प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. विक्रम रघुवंशी की टीम को अस्पताल की जांच के लिये रवाना किया गया। ढाबाला फंटा पहुंचने स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच शुरू की तो सामने आया कि डॉ. जितेन्द्र परमार द्वारा बिना रजिस्ट्रेशन और डिग्री के 3 मंजिला अस्पताल संचालित किया जा रहा है। टीम ने डॉक्टर से डिग्री की जानकारी ली तो उसका कहना था कि उसने जर्मनी से पढ़ाई की है। वह अफ्रीका से डॉक्टरी की पढ़ाई करना बता रहा था। उसने आॅनलाइन डिग्री लेने की बात कहीं, लेकिन टीम को दिखा नहीं पाया। मामला बड़ी लापरवाही का होने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल को सील कर दिया।
लेब-एक्सरे के साथ मेडिकल स्टोर खोला
डॉ. विक्रम रघुवंशी ने बताया कि बिना रजिस्ट्रेशन संचालित हो रहे 3 मंजिला अस्पताल में एक्सरे मशीन, लेब भी बनी हुई है। यही नहीं अस्पताल संचालित करने वाले डॉ. परमार ने मेडिकल स्टोर भी खोल रखा था। वह मरीजों का एलोपेथिक तरीके से उपचार कर रहा था, जिससे हार्ट, शुगर, किड़नी के मरीजों को परेशानी आ सकती थी। डॉ. रघुवंशी ने बताया कि महाकाल कायरो केयर सेंटर को डेटल क्लीनिक के नाम रजिस्टर्ड करा रखा था।
अब तक 2 सील, एक को हिदायत
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पिछले 8-10 दिनों में तीसरी कार्रवाई की है। सबसे पहले मक्सीरोड पर पांड्याखेडी में निजी क्लीनिक को सील किया गया था। क्लीनिक में उपचार करने वाले एक नाबालिग की मौत होना सामने आया था। दूसरी कार्रवाई मक्सीरोड हरदेनिया काम्पलेक्स में संचालित हो रहे नवजीन अस्पताल पर पहुंचकर की गई थी। जहां डॉक्टर को सात दिनों में रजिस्ट्रेशन कराने की हिदायत दी गई है। रजिस्टेÑशन नहंी होने पर अस्पताल को सील किया जायेगा। तीसरी कार्रवाई ढाबला फंटा में हुई है।