महाकालेश्वर से पहले अव्यवस्थाओं के दर्शन बिगड़ी यातायात व्यवस्था और इन सब के बीच इधर-उधर पड़े बैरिकेट्स यह है भगवान महाकाल का मार्ग जिम्मेदारों का ध्यान नहीं
दैनिक अवंतिका उज्जैन
उज्जैन। महाकाल क्षेत्र में चारों तरफ अव्यवस्थाओं का अंबार है। इधर के सभी मार्गों पर हमेशा वाहनों का जाम लगा रहता है व्यवस्था सुधारने के बजे बिगड़ रही है प्रशासन ने यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए कई प्रयास किया लेकिन हकीकत यह है कि महाकाल की तरफ जाने वाले सभी मार्गों पर हमेशा वाहनों की लंबी कतार लगी रहती है ऐसी स्थिति में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की परेशानी और बढ़ जाती है मंदिर तक पहुंचने के लिए जद्दोजहद करते रहते हैं। सड़कों के किनारे सामान, बेतरतीब पार्किंग और इन सब के बीच मार्ग पर इधर उधर पड़े बैरिकेट्स की वजह से श्रद्धालु रास्ता भटक जाते हैं।
महाकाल मंदिर परिसर के बाहर की व्यवस्थाएं सुधरने का नाम ही नहीं लेती है। मंदिर प्रबंध समिति कार्रवाई का अधिकार नगर निगम और पुलिस के हाथों में होने का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ लेती है और निगम और पुलिस यदाकदा अभियान चलाकर भूल जाती और स्थिति जस की तस बनी रहती है।पूरे सवारी मार्ग पर बेरिकेट्स लगाए गए हैं लेकिन इनका उपयोग होने के बाद यह मार्ग पर लापरवाही पूर्वक पड़े रहते हैं। इन्हें मार्ग से हटाने वाले भी कोई नहीं रहते है। सवारी मंदिर में प्रवेश करने के बाद भी इन्हें नहीं हटाया जाता है तीसरी सवारी के दिन भी यही स्थिति बीचों-बीच मार्ग में बैरिकेट्स पड़े हुए थे और उन्हें सड़े रास्तों से श्रद्धालु जब दो जद्दो-जहद करते हुए निकल रहे थे।इसकी वजह से लोग बैरिकेट्स के अंदर से निकलने की कोशिश कर रहे थे
रास्ते में पड़े हैं बैरिकेट्स महाकाल मंदिर के बाहर अधिकांश दुकानें हार, फुल, प्रसाद और खानपान की है। हालात यह कि इन दुकानों के भीतर के स्थान से अधिक सामान सड़क के किनारे रखकर बेचा जाता है। और रास्ते में ही इधर-उधर बैरिकेट्स पड़े हुए जो जो की सड़क घेरे पड़े हैं।