10 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान आज रात 12 बजे खुलेगें भगवान नागचंद्रेशर मंदिर के पट
दैनिक अवंतिका उज्जैन
उज्जैन। नागपंचमी पर वर्ष में एक बार खुलने वाले भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट आज राज 12 बजे खोले जायेगें। 24 घंटे तक श्रद्धालु भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन कर सकेगें। प्रशासन ने 10 लाख श्रद्धालुओं के मंदिर पहुंचने का अनुमान लगाया है।
9 अगस्त को नागपंचमी का पर्व मनाया जायेगा। धार्मिक नगरी में महाकालेश्वर मंदिर गर्भगृह के ठीक ऊपरी तल पर बने भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर वर्ष में एक बार नागपंचमी को ही खोला जाता है। आज रात 12 बजे मंदिर के पट खोले जायेगें। सबसे पहले श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के मंहत विनितगिरी महाराज द्वारा त्रिकाल पूजा की जायगी। उसके बाद मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष और कलेक्टर नीरज कुमार पूजन अभिषेक करेगें। रात 1 बजे से आम श्रद्धालुओं का प्रवेश मंदिर में दर्शन करने के लिये खोल दिया जायेगा। मंदिर 24 घंटे अनवरत खुला रहेगा। 9 अगस्त की दोपहर शासकीय पूजन होगा, इस दौरान कुछ देर के लिये आम श्रद्धालुओं का प्रवेश रोका जायेगा। नागपंचमी पर वर्ष में एक बार खुलने वाले भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन करने 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं का प्रशासन ने अनुमान लगाया है। जिसको लेकर पिछले एक सप्ताह से तैयारी कर जा रही है। सभी श्रद्धालुओं दर्शन लाभ मिल सके इसके इंतजाम किये गये है। श्रद्धालुओं को कतारबद्ध प्रवेश दिया जायेगा। बाहर से वाहनों में सवार होकर आने वाले श्रद्धालुओं के लिये शहर के अलग-अलग स्थानों पर पार्किंग व्यवस्था की गई है।
11 वीं शताब्दी की अद्भुत प्रतिमा है स्थापित
भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर में 11 वीं शताब्दी की अभद्त प्रतिमा स्थापित है। जो विश्व की एकमात्र प्रतिमा है। जिसे नेपाल से लाया जाना बताया जाता है। प्रतिमा में भगवान नागचंद्रेश्वर स्वयं अपने सातों फनो से सुशोभित है, साथ ही शिव-पार्वती विराजित है। उनके साथ नंदी, सिंह विराजमान है। प्रतिमा में भगवान गणेश, कार्तिकेय और सूर्य-चंद्रमा भी अंकित है। मात्र दर्शन से श्रद्धालुओं की सभी मनोकामना पूरी हो जाती है। नागपंचमी पर खुलने वाले नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट 24 घंटे बाद वर्षभर के लिये बंद कर दिये जाते है।