मरीजों का इलाज छोड़ पुलिस थाने पहुंचा सिविल अस्पताल का स्टाफ

शुजालपुर। सिविल अस्पताल शुजालपुर में बुधवार को ओपीडी के समय मरीजों को उपचार देने की जगह अस्पताल का पुरा स्टाफ पुलिस थाने पर जा पहुंचा। अस्पताल स्टाफ का कहना था कि मंगलवार को एक युवक ने अस्पताल में स्टाफ नर्स के साथ अभद्रता की। जिसके विरूद्ध पुलिस थाने में प्रकरण दर्ज कराने के लिए सभी एक साथ पहुंचे, हालांकि पुलिस ने इस मामले में कोई प्रकरण दर्ज नहीं किया। उधर जिस युवक पर अभद्रता का आरोप लगाया गया उसका कहना है कि अस्पताल की अव्यवस्था को लेकर बात करने के दौरान उक्त नर्स ने अभद्रता की। बुधवार को यह घटनाक्रम लगभग तीन घंटे तक चलता रहा। अस्पताल में पहुंचे मरीज परामर्श और उपचार के लिए परेशान होते रहे और अस्पताल का स्टाफ इस विषय की बैठक और थाने के चक्कर में लगा रहा। स्वास्थ्य सेवाओं से जुडे चिकित्सक और स्टाफ नर्स से कर्तव्य के दौरान किसी के द्वारा भी अभद्रता करना उचित नहीं है, लेकिन मरीजों को उपचार से वंचित रखना और पीढ़ा झेल रहे अस्वस्थ्य व्यक्ति को उपचार देने के स्थान पर इंतजार कराना भी ठीक नहीं है। मिली जानकारी अनुसार बुधवार की सुबह लगभग 11.30 बजे मंडी व सिटी अस्पताल में कार्य करने वाले चिकित्सकों सहित नर्सिंग स्टाफ व अन्य सदस्य पुलिस थाना मंडी पहुंचे, जिन्होने थाना प्रभारी नर्मदाप्रसाद दायमा से भेट कर एक दिवस पूर्व अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ करीना के साथ दीपू गोस्वामी द्वारा अभद्रता का आरोप लगाते हुए संबंधित के विरूद्ध प्रकरण दर्ज करने की मांग की। जिस पर थाना प्रभारी ने आवेदन देने और उस पर जांच उपरांत कार्यवाही की बात कही। इसके बाद चिकित्सक और स्टाफ सदस्य एसडीओपी कार्यालय पहुंचे और वहां पर अपना पक्ष रखा। पुलिस थाना व एसडीओपी कार्यालय के बाद सिविल अस्पताल से जुडे लोग वापस अस्पताल में आए और काफी देर तक बैठक होती रही, इस दरमियान मरीज परेशान होते रहे। उधर अस्पताल में अभद्रता को लेकर नर्सिंग स्टाफ द्वारा हड़ताल पर जाने की जानकारी लगी, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी। सिविल अस्पताल प्रभारी ने मीडिया से इस संबंध में चर्चा करने से इंकार कर दिया। हालांकि दोपहर बाद आपकालीन सेवाएं अस्पताल में सूचारू नजर आई। इस संबंध में सीएमएचओं शाजापुर डॉ. अजय सालविया से चर्चा की गई तो उन्होने बताया कि नर्सिंग स्टाफ के साथ किसी व्यक्ति द्वारा अभद्रता किए जाने की जानकारी मिली है, लेकिन हड़ताल किए जाने संबंधी कोई जानकारी नहीं है। बताया जाता है कि बुधवार की दोपहर बाद भी अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्था को लेकर मरीज के साथ आए परिजन ने आक्रोश व्यक्त किया। सिविल अस्पताल में पदस्थ स्टाफ का कहना है कि इस तरह के भय वाले माहोल में कार्य कैसे संभव हो पाएगा। बता दे वर्तमान में सिटी व मंडी दोनों सिविल अस्पताल संयुक्त रूप से संचालित हो रहे है। मंडी अस्पताल में जगह का आभाव है और यहां पर व्याप्त अव्यवस्था को लेकर आए दिन तनाव की स्थिति निर्मित हो रही है।