गाजियाबाद के खाते में ट्रांसफर किये 50.71 लाख मनी लॉड्रिंग का झांसा देकर रिटायर्ड मैनेजर को किया डिजीटल अरेस्ट

दैनिक अवंतिका उज्जैन
उज्जैन। सीबीआई अधिकारी बनकर बदमाशों ने रिटायर्ड बैंक मैनेजर को डिजीटल अरेस्ट कर लिया। 3 साल की सजा का भय दिखाया और खाते में 50.71 लाख रूपये ट्रांसफर करा लिये। शनिवार को मामला पुलिस के पास पहुंचा। अब जांच की जा रही है। रिटायर्ड बैंक मैनेजर के साथ ही धोखाधड़ी से पुलिस भी हैरान है।
छायानगर नीरा हवेली के पास रहने वाले राकेश कुमार पिता स्व. किशनचंद्र जैन 65 वर्ष स्टेट बैंक आॅफ इंडिया से कुछ साल पहले ही सेवानिवृत्त हुए है। 7 अगस्त को उनके पास कॉल आया कि सीबीआई और मुम्बई क्राइम ब्रांच से बोल रहे है। अपने आधार नम्बर से खुले एचडीएफसी बैंक मुम्बई में लाखों का ट्रांजेक्शन हुआ है। मामला मनी लॉड्रिंग का है, जिसकी जांच की जा रही है। आपके खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी हुआ है। हम सर्चिंग कर रहे है। किसी को कुछ मत बताना, जांच गोपनीय है। कॉल करने वालों ने डिजीटल अरेस्ट वारंट दिखाया। राकेश जैन और उनकी पत्नी काफी डर गये। बदमाशों ने इसी बात का फायदा और बचने के लिये बंधन बैंक का अकाउंट नम्बर देकर 50 लाख रूपये जमा करने को कहा। राकेश जैन ने 8 अगस्त को 50.71 लाख ट्रांसफर कर दिये। 9 अगस्त को खाते से रूपये निकलने का मैसेज मिला तो धोखाधड़ी का अहसास हुआ। शनिवार को मामले की शिकायत माधवनगर थाना पहुंचकर दर्ज कराई गई है।
एफडी तुडवाकर जमा किये थे रूपये
मामले में माधवनगर थाना प्रभारी राकेश भारती ने बताया कि शिकायत के दौरान राकेश जैन ने बताया कि उन्होने 50 लाख की एफडी तुड़वाकर रूपये सीबीआई अधिकारियों द्वारा दिये गये खाते में जमा किये थे। उन्होने एफडी तुडवाते समय बैंक अधिकारियों से कहा था कि कम ब्याज मिल रहा है, इसलिये एफडी तुडवा रहे है। कॉल करने वालों ने उन्हे पूरा यकीन दिला दिया था कि वह सीबीआई और क्राइम ब्रांच से बोल रहे है। थाना प्रभारी राकेश भारती का कहना था कि उन्हे हैरानी है कि बैंक मैनेजर रह चुके व्यक्ति के साथ इस तरह की धोखाधड़ी हुई है।
गाजियाबाद का होना सामने आया खाता
थाना प्रभारी भारती ने बताया कि प्रारंभिक जांच में डिजिटल अरेस्ट हो चुके रिटायर्ड बैंक मैनेजर द्वारा जिस खाते में 50.71 लाख रूपये जमा कराये थे। वह गाजियाबाद स्थित बंधन बैंक का होना सामने आया है। खाते से  दूसरे दिन ही रूपये निकाल लिये गये थे। मामले में बैंक से जानकारी जुटाई जा रही है। वहीं आरोपियों का पता लगाने के लिये सायबर टीम की मदद ली जा रही है। प्रयास रहेगा कि जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर उज्जैन लाया जाये।
बिल्डकॉन कंपनी का मैनेजर हुआ था अरेस्ट
कुछ दिनों पहले ही नानाखेड़ा थाना क्षेत्र में रहने वाले दिलीप बिल्डकॉन कंपनी के मैनेजर को सीबीआई अधिकारी बनकर बदमाशों ने डिजीटल अरेस्ट कर लिया था। उनकी पत्नी ने खुद को फ्लैट में कैद करने से पहले मल्टी के गार्ड से कहा था कि कोई भी उनके यहां आये तो मना कर देना। गार्ड को संदेह हुआ था और उसने पुलिस को सूचना दी थी। नानाखेड़ा पुलिस ने मैनेजर को डिजीटल अरेस्ट के भय से मुक्त कराया था।
मीडियाकर्मी को आया कॉल
शनिवार को मीडियाकर्मी सचिन गोयल के पास भी सुबह के समय ऐसा ही कॉल आया था और क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर बदमाशों ने बताया कि उनका बेटा और चार दोस्त अवैध गतिविधियों में शामिल होने पर गिरफ्तार किये गये है। कॉल करने वाले की प्रोफाइल पर ओके और महाराष्ट्र पुलिस लिखा होना सामने आया था। कॉल वाट्सएप था जिसका नम्बर सर्च करने पर पाकिस्तान का होना सामने आया। उन्होने कॉल कट कर मुम्बई में जॉब करने वाले बेटे से बात की। मीडियाकर्मी ने फर्जी कॉल मामले की शिकायत भारत सरकार के दूरसंचार विभाग पोर्टल पर दर्ज कराई है।