एमपी में अस्तित्व में आएगा नया टाइगर रिजर्व

भोपाल। भोपाल क्षेत्र में नया टाइगर रिजर्व अस्तित्व में आएगा। यह रिजर्व रातापानी और सिंघौरी अभ्यारण को मिलाकर बना जा रहा है। मध्य प्रदेश के इस आठवें टाइगर रिजर्व को केंद्र सरकार के राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की सैद्धांतिक स्वीकृति मिल गई है। अब जल्द ही राजधानी भोपाल से सटे रातापानी और सिंघौरी अभयारण्य को मिलाकर नया टाइगर रिजर्व अस्तित्व में आएगा। केवल औपचारिकताएं शेष हैं।

राज्य सरकार जल्द ही रातापानी को नया टाइगर रिजर्व बनाने की घोषणा कर सकती है। रातापानी टाइगर रिजर्व के लिए केंद्र सरकार 60 प्रतिशत बजट उपलब्ध कराएगी और 40 प्रतिशत राज्य का अंश होगा। टाइगर रिजर्व के लिए अभयारण्य की सीमा के अंदर स्थित 823.065 वर्ग किमी वन क्षेत्र को रातापानी टाइगर रिजर्व घोषित किया जाएगा। कुल 38 ग्रामों को टाइगर रिजर्व बनाने के लिए वन विभाग का अमला अब 15 अगस्त को ग्राम के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठ कर सहमति लेगा।इसकी वीडियोग्राफी भी की जाएगी। वहीं, इस अभयारण्य में आने वाले अन्य 37 ग्रामों की सहमति अब तक ली जा चुकी है। बताया जा रहा है। इन गांवों ने भी अनुमति दे दी थी, लेकिन इसकी वीडियोग्राफी नहीं की गई, इसलिए अब 15 अगस्त को ली जाने वाली अनुमति की वीडियोग्राफी करके केंद्र सरकार को भेजी जाएगी।