डिप्रेशन के शिकार आरक्षक ने फांसी लगाई
इंदौर। इंदौर में डिप्रेशन के शिकार एक आरक्षक ने फांसी लगाकर जान दे दी। वह इंदौर के सदर बाजार थाने में पदस्थ था। वह घर में अकेला था। तब उसने अपने कमरेे में फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। गांधी नगर क्षेेत्र में रहने वाला महेश पिता हीरालाल कुछ दिनों से नौकरी के कारण डिप्रेशन में था। वह नियमित तौर पर ड्यूटी पर भी नहीं जाता था। परिजन उसका इलाज भी करा रहे थे। वह घर में अकेला था। उसने पंखे पर फांसी का फंदा बनाया और उस पर लटक गया।
परिजनों ने उसे फांसी के फंदे पर लटके देखा तो थाने पर सूचना दी। पुलिस को उसके कमरे से सुसाइड नोट भी नहीं मिला। पहले वह मध्य क्षेत्र मेें रहता था। दो साल पहले वह गांधी नगर की एक टाउनशिप में रहने चला गया था। परिवार में पत्नी व दो बच्चे है। डिप्रेशन के कारण वह थाने पर भी नहीं जाता था। भोपाल के आर्किटेक्ट मिलिंद जुमड़े की आत्महत्या के मामलेे में लसुडि़या पुलिस ने राजेश खांडे अर प्रमेश मेहता के खिलाफ आत्महत्या केे लिए उकसाने का केस दर्ज किया हैै। मिलिंद ने इंदौर के एक होटल में आत्महत्या कर ली थी। मिलिंद का राजेश और प्रमेश से पैसे का लेन-देन था और दोनो उस पर दबाव बना रहे थे।