इस साल की गणेश चतुर्थी पर सर्वार्थ सिद्धि योग

उज्जैन। आगामी माह सितंबर में आने वाली भाद्र पद माह की गणेश चतुर्थी पर सर्वार्थ सिद्धि के साथ ही रवि योग बनेगा। ज्योतिषियों के अनुसार गणेश चतुथी्र 7 सितंबर को मनेगी और इसके साथ ही दस दिवसीय गणेशोत्सव की भी शुरूआत होगी।

वैदिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 6 सितंबर को दोपहर 3 बजकर 31 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन यानी 7 सितंबर को शाम  5 बजकर 37 मिनट पर समाप्त होगी। प्रदोष काल और निशा काल में की जाने वाली पूजा को छोड़कर सभी व्रत और त्योहारों की गणना उदया तिथि से की जाती है। ऐसे में गणेश चतुर्थी 7 सितंबर को मनाई जाएगी। गणेश चतुर्थी पर कई शुभ योग बन रहे हैं, जिनमें दुर्लभ ब्रह्म और इंद्र योग भी शामिल है। रात्रि 11.17 बजे तक ब्रह्म योग है। इसके बाद इन्द्र योग बन रहा है। इस दिन भद्रवास का भी संयोग है। गणेश चतुर्थी के दौरान भद्रा पाताल में रहेगी। गणेश चतुर्थी पर सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग भी बन रहे हैं। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान गणेश का जन्म हिंदू पंचांग, में भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष के दौरान हुआ था। इस साल गणेश चतुर्थी का उत्सव 7 सितंबर दिन शनिवार को मनाया जाएगा, जबकि गणेश विसर्जन 17 सितंबर, 2024 दिन मंगलवार को किया जाएगा।
स्थापना मुहूर्त
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, विनायक चतुर्दशी के दिन मूर्ति स्थापना का मुहूर्त सुबह 11.03 बजे शुरू होगा और दोपहर 1.34 बजे समाप्त होगा। यानी कि यह अवधि कुल 2 घंटे 31 मिनट तक रहेगी। गणेश चतुर्थी पर 6 सितंबर को रात 9.01 बजे से 8.16 बजे तक चंद्रमा को देखने से बचने की सलाह दी जाती है।