राजाधिराज ने जाना प्रजा का हाल….सावन की चौथी सवारी निकली
उज्जैन। श्रावण माह के चौथे सोमवार पर भूत भावन भगवान महाकाल की सवारी गाजे बाजे के साथ निकली। राजाधिराज ने अपनी प्रजा का हाल जाना तो वहीं सूबे की डॉ. मोहन यादव सरकार के पांच मंत्रियों ने भी महाकाल की पूजा अर्चना की।
महाकालेश्वर ने बैलगाड़ी में नंदी पर विराजमान होकर श्री उमा-महेश स्वरूप में अपने भक्तों को दर्शन दिए। पालकी में भगवान महाकालेश्वर श्री चन्द्रमोलीश्वर स्वरूप में विराजित हुए और हाथी पर मनमहेश व गरूड़ रथ पर शिव तांडव प्रतिमा, नंदी रथ पर उमा महेश के मुखारविंद विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकले। बाबा महाकाल की सवारी परंपरागत मार्ग से होते हुए क्षिप्रा तट रामघाट पहुंची। जहां पर भगवान महाकाल का क्षिप्रा के जल से अभिषेक व पूजा-अर्चना की गई. पूजन-अर्चन के बाद सवारी निर्धारित मार्गों से होते हुए पुनः श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंची। चौथी सवारी निकलने के पूर्व महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में भगवान चंद्रमोलीश्वर का वन एवं पर्यावरण मंत्री रामनिवास रावत, महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री लखन पटेल, कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंदिर दिलीप जायसवाल, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री कृष्णा गौर, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने विधिवत पूजन-अर्चन की। पूजा शासकीय पुजारी घनश्याम शर्मा ने सम्पन्न करवाई।