विद्यार्थी का फार्म जमा नहीं होता है तो प्राचार्य भरेंगे विलंब शुल्क

शिक्षा विभाग ने सौंपी  प्राचार्य और संचालकों पर जिम्मेदारी
उज्जैन। सरकारी और निजी स्कूलों में परीक्षा फार्म समय पर जमा नहीं होने के कारण अब स्कूली शिक्षा विभाग ने पूरे प्रदेश के साथ ही उज्जैन जिले में भी प्राचार्य और संबंधित स्कूल संचालकों को नई जिम्मेदारी सौंपी है।
माध्यमिक शिक्षा मंडल   की 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा 25 फरवरी से आयोजित होने वाली है। इस परीक्षा के लिए आवेदन फार्म जमा किए जा रहे हैं। परीक्षा फार्म कियोस्क के माध्यम से जमा कराई जा रही है। 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों की परीक्षा फीस की पूरी जिम्मेदारी स्कूल संचालकों और प्राचार्यों को दे दी है। इन्हें फीस जमा करने के साथ ही कियोस्क से लिस्ट निकालकर उसका सत्यापन भी करना होगा। माशिमं ने स्पष्ट किया है कि अब कोई भी विद्यार्थी कियोस्क में जाकर फीस जमा नहीं करेगा। यदि किसी विद्यार्थी का फार्म जमा नहीं होता है, तो स्कूल और प्राचार्य विलंब शुल्क भरेंगे। दरअसल, पिछले साल कई जिलों में सरकारी और निजी स्कूलों स्कूलों के 10वीं व 12वीं के विद्यार्थियों का परीक्षा शुल्क समय पर जमा नहीं हो पाई थी, जबकि इन विद्यार्थियों ने समय से फीस और फार्म जमा कर दिए थे।