षड्यंत्र निकला मैजिक चालक पर 8 दिन में दो बार चाकू बाजी का मामला, – मलिक ने बनाई थी योजना, खुद के साथ चालक को किया था घायल

उज्जैन। सवारी बैठाने की बात को लेकर 8 दिन में दूसरी बार मैजिक चालक को चाकू मारने का मामला षड्यंत्र होना सामने आया है। पुलिस मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश में निकली तो घर पर होना सामने आये। पुलिस घायल मैजिक चालक के मालिक से पूछताछ कर रही है।

गोलामंडी में रहने वाला प्रथम पिता प्रकाश शर्मा मैजिक चलाता है। सोमवार शाम को उसे घायल हालत में जिला अस्पताल लाया गया था। जहां उसने बताया कि रणजीत हनुमान मंदिर जाते समय उसे पर चाकू से अनिल नाथ लखन नाथ और अरुण नाथ में हमला किया है। बीच बचाव में मैजिक मालिक फिरोज खान निवासी बेगम बाग की घायल हुआ है। दोनों को उनके साथी गोलू परिहार निवासी ढांचा भवन उपचार के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंचा था। प्रथम शर्मा पर 4 अगस्त की रात चामुंडा माता चौराहा शुलभ काम्पलेक्स के सामने भी हमला हुआ था जिसमें हमलावर अरूण नाथ, अनिल नाथ और लाखन नाथ होना सामने आए थे। देवास गेट थाना पुलिस में तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया था जिन्हें रविवार को जमानत पर रिहा कर दिया गया था वहीं सोमवार को फिर से प्रथम चाकू लगने पर घायल हो गया उसने तीनों पर आरोप लगाया इस बार मामला महाकाल थाना पुलिस के पास पहुंचा था।

 

पुलिस ने गंभीरता दिखाई और 8 दिन में दो बार हुए मैजिक चालक के हमलावरों को गिरफ्तार करने निकल पड़ी। तीनों आरोपी भाई है जो आसानी से पुलिस हिरासत में आ गए पूछताछ में उन्होंने चाकू मारने से इनकार कर दिया पुलिस ने जानकारी जुटा तो सामने आया कि जिस वक्त प्रथम के साथ घटना हुई तीनों मौके पर मौजूद नहीं थे। एएसआई भंवर सिंह निगवाल बताया कि मामला संदिग्ध होने पर प्रथम शर्मा के साथ घायल हुए मैजिक मालिक फिरोज खान को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। मामला षडयंत्र पूर्वक चाकू बाजी का होना सामने आया। मैजिक मालिक का अरूणनाथ से रुपयों को लेकर विवाह चल रहा था जिसके चलते उसने अपने सीधे-साधे चालक को साथी के साथ मिलकर पेट पर वार किया और खुद ने भी हाथ पर चाकू मार लिया। फिरोज खान का प्लान था कि प्रथम शर्मा के साथ 8 दिन में दो बार चाकू बाजी होने पर पुलिस अरुण नाथ और उसके भाइयों को लंबे समय के लिए जेल भेज देगी लेकिन उसका षड्यंत्र फेल हो गया पुलिस अब फिरोज को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है प्रथम के साथ षड्यंत्र में शामिल तीसरे साथी का पता भी लगाया जा रहा है।