आरोपी को अस्पताल लेकर आई पुलिस -घेराबंदी में टूटी हत्या के आरोपी की टांग
दैनिक अवंतिका
उज्जैन। जयसिंहपुरा शराब दुकान में मंगलवार-बुधवार रात चाकू घोंपकर युवक की हत्या करने में शामिल आरोपी को बुधवार रात 10 बजे के लगभग पुलिस ने भूखी माता मंदिर क्षेत्र में घेर लिया। आरोपी ने पुलिस पर हमला करते हुए भागने का प्रयास किया, लेकिन घेराबंदी में उसकी टांग टूट गई।
महाकाल थाना क्षेत्र के जयसिंहपुरा स्थित शराब दुकान में रात 1.20 बजे जयसिंहपुरा में रहने वाले राहुल पिता तेजूलाल सूर्यवंशी की सादिक पिता अब्दुल शकूर 40 वर्ष निवासी केडी गेट ने बीयर की केन मांगने पर हुए मामूली विवाद में चाकू घोंपकर हत्या कर दी थी। घटनाक्रम के बाद सीसीटीवी कैमरों से हत्या करने वाले की पहचान होने पर पुलिस लगातार उसकी गिरफ्तारी का प्रयास कर रही थी। रात 9.30-10 बजे के लगभग सूचना मिली कि हत्या कर भागा आरोपी भूखी माता मंदिर क्षेत्र क्षिप्रा नदी किनारे दिखाई दिया है। सीएसपी ओपी मिश्रा, थाना प्रभारी अजय वर्मा, एएसआई बलराम धीरोद, प्रधान आरक्षक सुनील पाटीदार, मनीष यादव, राजपाल यादव, अनिल चौरषिया और भूपेन्द्र के साथ घेराबंदी के लिये पहुंचे। इस दौरान आरोपी ने पुलिस पर हमला करने का प्रयास किया और भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस टीम ने उसे चारों और से घेर लिया। इस दौरान एक स्थान से कूद कर भागने की कोशिश करते समय गिरकर घायल हो गया। उसकी एक टांग टूट गई। उसे हिरासत में लेने के बाद जिला अस्पताल लाया गया। जहां डॉ. जितेन्द्र शर्मा ने परीक्षण के बाद उपचार के लिये भर्ती किया है। आरोपी का पुलिस अभिरक्षा में उपचार चल रहा है।
मृतक-आरोपी एक-दूसरे थे परिचित
थाना प्रभारी अजय वर्मा ने बताया कि मृतक राहुल हार-फूल, प्रसादी की दुकान लगाता था। वहीं आरोपी जूस की दुकान लगाता है। दोनों महाकाल क्षेत्र में काम करते थे और एक-दूसरे से परिचित थे। आरोपी के खिलाफ पूर्व में 2 अपराधिक मामले दर्ज है। मृतक भी 13 अपराधिक गतिविधियों में शामिल रह चुका था। घटनाक्रम के बाद से आरोपी सादिक की तलाश में एक टीम लगी हुई थी।
राहुल को परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे थे
रात में हुई चाकूबाजी के बाद घायल हुए राहुल को घटनास्थल पहुंचे परिजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे। राहुल के पेट में चाकू का काफी गहरा घाव लगा था, जिससे उसकी आंते बाहर आ गई थी। डॉक्टर उसका उपचार शुरू कर पाते उससे पहले राहुल की मौत हो गई थी। बुधवार सुबह पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद उसका शव अंतिम संस्कार के लिये परिजनों को सौंपा था।