खंडवा में दो समुदायों में खूनी संघर्ष

खंडवा. देशभर में जब आज़ादी का जश्न मनाया जा रहा था, स्कूली बच्चे साम्रदायिक सद्भावनाओं की सांस्कृतिक प्रस्तुति दे रहे थे, तब खण्डवा के समीपस्थ गांव में जबरदस्त बवाल हो गया. चालीस-पचास हथियार बंद लोगों ने गांव में लोगों के घरों पर अचानक हमला कर दिया. बंद घरों से महिलाओं तक को बाहर निकालकर उनके साथ मारपीट की गई और बुजुर्गो को भी नहीं छोड़ा गया. इस विवाद में दस लोग घायल हुए हैं, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि एक लड़की से छेड़खानी के चलते ये विवाद शुरू हुआ. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
घटना के समय ज्यादातर घरों से पुरुष या तो झंडावंदन कार्यक्रम में शामिल होने गए थे या कुछ खेत में थे. ज़्यादातर घरों में महिलाएं ही थी जो समझ ही नहीं पाई कि मामला क्या है, उनके साथ मारपीट शुरू कर दी गई. महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने का भी आरोप है. लोग संभल भी नहीं पाए , दूसरे पक्ष के हाथों में तलवारें, धारदार हथियार, चाकू, बल्लम आदि थे. उन्होंने दरवाजे ठोककर लोगों को बाहर निकलवाया और मारपीट की. घटना के बाद पुलिस वहां सक्रिय हुई तब जाकर विवाद थमा. सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया है. यह गांव खण्डवा के मोघट थाना क्षेत्र में आता है, जहां दोनों ही पक्ष अपनी-अपनी शिकयतें दर्ज़ कराने पहुंचे. इसके साथ ही वह बालिका भी थाने में अपनी शिकायत दर्ज़ कराने पहुंची है, जिसके साथ दूसरे पक्ष के युवकों द्वारा छेड़छाड़ करने का आरोप है.