बीजेपी देगी दो लाख से अधिक कार्यकर्ताओं को ’ताकत’, उज्जैन के भी कार्यकर्ताओं को मिलेगा मेहनत का इनाम
उज्जैन। बीजेपी अपने करीब दो लाख कार्यकर्ताओं को ताकत देने की तैयारी कर रही है अर्थात जिन कार्यकर्ताओं ने विधानसभा के साथ ही लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों को जीत दिलाने में अथक मेहनत की है उन्हें अब ओबलाइज करने की तैयारी है और इसका लाभ उज्जैन जिले के बीजेपी कार्यकर्ताओं को भी मिलेगा। बता दें कि उज्जैन में भी विधानसभा चुनाव व लोकसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवारों की ही जीत हुई है।
बीजेपी सूत्रों ने बताया कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भाजपा को जिताने के लिए जी तोड़ मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं को पार्टी अब सरकारी मशीनरी का हिस्सा बनाने जा रही है। इसके लिए जिलाध्यक्षों से पार्टी के समर्पित और कर्मठ कार्यकर्ताओं का नाम मांगा गया है। गौरतलब है कि भाजपा कैडर बेस पार्टी और कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ माने जाते हैं। इसलिए पार्टी की कोशिश है कि कार्यकर्ताओं को सरकार में जिम्मेदारी देकर उनका मनोबल बढ़ाया जाए। मप्र में निगम और मंडलों की नियुक्तियां होती हैं। यह समितियां सिर्फ निगम और मंडलों तक नहीं, बल्कि ग्राम पंचायत स्तर तक जाती हैं। ऐसे में भाजपा की अब यह कोशिश है कि ग्राम पंचायत स्तर से लेकर निगम मंडलों तक, उसके जो कार्यकर्ता हैं उन्हें एक तरीके से चिन्हित किया जाए और उन्हें इन समितियों में जगह भी दी जाए। बीते दिनों हुई प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक के बाद भाजपा नेताओं से संकेत मिले थे कि पार्टी के समर्पित और अच्छा काम करने वाले नेताओं कार्यकर्ताओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा। निगम मंडलों में नियुक्तियां हो या समितियों में जगह देने की बात हो, इसमें कोई दो राय नहीं कि जो सत्ता रूढ़ दल होता है, उनके कार्यकर्ताओं को उसमें प्राथमिकता दी भी जाती है। फिलहाल माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी मप्र में अपने कार्यकर्ताओं को संतुष्ट करने की पूरी कोशिश करेगी। प्रदेश भाजपा संगठन की सक्रियता को देखते हुए दो साल से खाली पड़े एल्डरमैन के पदों पर नियुक्ति की आस जागी है। एल्डरमैन के लिए कई ऐसे नेता कतार में हैं, जो निगम चुनाव में टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने टिकट नहीं दिया। वहीं कई वरिष्ठ भाजपा नेता भी एल्डरमैन के लिए दावेदारी कर रहे हैं। पूरे प्रदेश में 16 नगर निगम, 99 नगरपालिका और 298 नगर पालिका परिषद हैं। इन सभी में एल्डरमैन मनोनीत किए जाएंगे। नगर निगमों में 12-12 एल्डरमैन का मनोनयन होना है। पहले इनकी संख्या 6 रहती थी, लेकिन इसे दोगुना कर दिया गया है, जबकि नगर पालिका में 4 की जगह 6 और नगर परिषद में 2 के स्थान पर 4 एल्डरमैन नियुक्त किए जाएंगे। सत्ता पक्ष द्वारा ये नियुक्तियां की जाती हैं।
बीजेपी सूत्रों ने बताया कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भाजपा को जिताने के लिए जी तोड़ मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं को पार्टी अब सरकारी मशीनरी का हिस्सा बनाने जा रही है। इसके लिए जिलाध्यक्षों से पार्टी के समर्पित और कर्मठ कार्यकर्ताओं का नाम मांगा गया है। गौरतलब है कि भाजपा कैडर बेस पार्टी और कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ माने जाते हैं। इसलिए पार्टी की कोशिश है कि कार्यकर्ताओं को सरकार में जिम्मेदारी देकर उनका मनोबल बढ़ाया जाए। मप्र में निगम और मंडलों की नियुक्तियां होती हैं। यह समितियां सिर्फ निगम और मंडलों तक नहीं, बल्कि ग्राम पंचायत स्तर तक जाती हैं। ऐसे में भाजपा की अब यह कोशिश है कि ग्राम पंचायत स्तर से लेकर निगम मंडलों तक, उसके जो कार्यकर्ता हैं उन्हें एक तरीके से चिन्हित किया जाए और उन्हें इन समितियों में जगह भी दी जाए। बीते दिनों हुई प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक के बाद भाजपा नेताओं से संकेत मिले थे कि पार्टी के समर्पित और अच्छा काम करने वाले नेताओं कार्यकर्ताओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा। निगम मंडलों में नियुक्तियां हो या समितियों में जगह देने की बात हो, इसमें कोई दो राय नहीं कि जो सत्ता रूढ़ दल होता है, उनके कार्यकर्ताओं को उसमें प्राथमिकता दी भी जाती है। फिलहाल माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी मप्र में अपने कार्यकर्ताओं को संतुष्ट करने की पूरी कोशिश करेगी। प्रदेश भाजपा संगठन की सक्रियता को देखते हुए दो साल से खाली पड़े एल्डरमैन के पदों पर नियुक्ति की आस जागी है। एल्डरमैन के लिए कई ऐसे नेता कतार में हैं, जो निगम चुनाव में टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने टिकट नहीं दिया। वहीं कई वरिष्ठ भाजपा नेता भी एल्डरमैन के लिए दावेदारी कर रहे हैं। पूरे प्रदेश में 16 नगर निगम, 99 नगरपालिका और 298 नगर पालिका परिषद हैं। इन सभी में एल्डरमैन मनोनीत किए जाएंगे। नगर निगमों में 12-12 एल्डरमैन का मनोनयन होना है। पहले इनकी संख्या 6 रहती थी, लेकिन इसे दोगुना कर दिया गया है, जबकि नगर पालिका में 4 की जगह 6 और नगर परिषद में 2 के स्थान पर 4 एल्डरमैन नियुक्त किए जाएंगे। सत्ता पक्ष द्वारा ये नियुक्तियां की जाती हैं।