गिरफ्त में महाराणा प्रताप की प्रतिमा खंडित करने वाले आरोपी
दैनिक अवंतिका
उज्जैन। महाराणा प्रताप की प्रतिमा का खंडित करने वाले 2 आरोपित युवको को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 13 दिनों से उनकी तलाश की जा रही थी। दोनों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 289 का प्रकरण दर्ज किया गया है। दोनों को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
बड़नगर तहसील के भैरुजी मंदिर चौराहा पर लगी महाराणा प्रताप की प्रतिमा का चेहरा 5 अगस्त को अज्ञात बदमाशों द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया था। प्रतिमा खंडित होने पर लोगों में आक्रोश फैल गया था। पुलिस ने लक्ष्मण पिता भगवानसिंह पंवार निवासी ग्राम नवादा की शिकायत पर मामले में जांच शुरू करते हुए प्रकरण दर्ज किया। आरोपितों की तलाश के दौरान सायबर टीम की मदद लगी गई, वही मुखबीर तंत्र को अलर्ट किया गया। 13 दिन बाद खबर मिली कि प्रतिमा का क्षतिग्रस्त करने में राहुल पिता रतनलाल गिरवाल 21 वर्ष और संतोष पिता बाबूलाल 20 वर्ष निवासी ग्राम नवादा शामिल है। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की तो नशे के दौरान प्रतिमा खंडित करने की बात स्वीकार कर ली। दोनों का कहना था कि प्रतिमा स्थल को लेकर पूर्व से मतभेद चला आ रहा था, जिसके चलते उन्होने घटना को अंजमा दिया। मामले में बड़नगर थाना प्रभारी अशोक पाटीदार ने बताया कि दोनों को न्यायाल में पेश कर जेल भेजा गया है। घटना में अन्य लोगों के शामिल होने की संभावना प्रतीत हो रही है। जिसकी जांच जारी है। दोनों को गिरफ्तार करने में एसआई हेमंत कटारे, एएसआई अंतरसिंह मंडलोई, सायबर सेल प्रधान आरक्षक प्रेम सबरवाल, आरक्षक रूपेश पर्ले की भूमिका रही है।