आंबेडकर जन्मस्थली की दो समितियों में जमकर मारपीट हुई

महू। डॉ. भीमराव आंबेडकर जन्मभूमि स्मारक पर डॉ. आंबेडकर मेमोरियल सोसायटी के दो पक्षों में जमकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्ष लाठी, पत्थर, कुर्सी व अन्य सामान से एक -दूसरे को पीटने लगे। इसके साथ ही तोड़फोड़ भी हुई। इसमें दोनों पक्षों के 10 लोग घायल हो गए। देर रात खबर लिखे जाने तक दूसरे पक्ष की ओर से एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही थी। वहीं एसडीएम ने  जिस कार्यालय को लेकर विवाद हुआ, उसे आगामी आदेश तक सील कर दिया है। आंबेडकर जन्मभूमि पर डॉ. आंबेडकर मेमोरियल सोसायटी में पहले समिति में अध्यक्ष भंते सुमेध बोधि और सचिव राजेश वानखेड़े, उपाध्यक्ष प्रकाश वानखेड़े व अन्य सदस्य थे। आंबेडकर जयंती के पूर्व उपाध्यक्ष प्रकाश वानखेड़े व अन्य सदस्यों ने सचिव पर जन्मभूमि पर दान में आए करोड़ों रुपयों की हेराफेरी का आरोप लगाया।

कुछ समय बाद प्रकाश वानखेड़े भंते प्रज्ञा शील बन गए और समिति के सदस्यों के साथ चुनाव कर अध्यक्ष बन गए। इस तरह दो अलग-अलग समितियां बन गई। लंबे समय से दोनों समितियां आंबेडकर जन्मभूमि पर अपना अधिकार जता रही हैं। राजेश वानखेड़े पहले पक्ष और भंते प्रज्ञा शील (प्रकाश वानखेड़े) दूसरे पक्ष में वर्चस्व की लड़ाई लंबे समय से चल रही है। दूसरा पक्ष रैली के रूप में आंबेडकर जन्मभूमि स्मारक पहुंचे। जहां एसडीएम को जन्मभूमि के संबंध में ज्ञापन सौंपना था। पहले पक्ष के लोग वहीं मौजूद थे। कार्यालय पर ताला लगा हुआ था। इस बात पर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। इसमें दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर डंडे, कुर्सियां, वाइपर, पत्थर चलाए। वहीं कार्यालय का ताला तोड़ने का भी प्रयास किया। घटना की जानकारी मिलते ही एसडीओपी दिलीपसिंह चौधरी, कोतवाली थाना प्रभारी संजय द्विवेदी मौके पर पहुंचे।

Author: Dainik Awantika