शराब के पैसे नहीं देने पर आरक्षक की फाड़ी वर्दी
उज्जैन। ड्यूटी से घर लौट रहे आरक्षक को रास्ते में तीन बदमाशों ने रोक लिया और शराब के पैसे मांगने लगे। आरक्षक ने इंकार किया तो तीनों ने वर्दी फाड़ दी और वायरलेस सेट छिनने का प्रयास किया। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। चिमनगंज थाने में पदस्थ आरक्षक संदीप पिता गणपत चौधरी 28 वर्ष निवासी पुलिस लाइन शनिवार रात ड्युटी खत्म होने के बाद घर लौट रहा था। पाइप फैक्ट्री चौराहा पर उसे तीन युवको ने रोका। आरक्षक को लगा कि मदद की जरुरत होगी। उसने बाइक रोकी तो तीनों शराब के पैसे मांगने लगे। आरक्षक ने पुलिस वाले से पैसे मांगने की बात कहीं तो तीनों ने वर्दी फाडऩे लगे और वायरलेस सेट छीनने का प्रयास किया। आरक्षक ने तीनों का सामना किया और सेट पर पाइंट दिया। पाइंट सुनते ही पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। पुलिस की गाड़ी देख बदमाशों ने भागने की कोशिश की लेकिन पीछा कर पकड़ लिया गया। बदमाश शिवधाम कालोनी के रहने वाले उदय पिता दुर्गा बहादूर थापा, करण थाना और विजय थापा है। तीनों के खिलाफ नागझिरी थाना पुलिस ने आरक्षक की शिकायत पर धारा 341, 327, 323, 294, 506, 34 का केस दर्ज किया है। जिन्हे रविवार को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया।