जीतू पटवारी का महू में सक्रिय होना कई प्रश्नों को से रहा जन्म

 

आदिवासी हत्याकांड के चलते आतंकवादी का नेरेटिव सेट करने की कोशिश

 

इंदौर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी नए सिरे से कांग्रेस की जमावट में लग गए हैं। इसी के साथ उनकी निगाहें 2028 के विधानसभा चुनाव पर भी हैं।
पिछली बार या माना जा रहा था कि जीतू पटवारी ने अपने लिए राऊ के अलावा विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5 और काला पीपल के विकल्प रखे हैं,लेकिन अब लगता है कि इस लिस्ट में महू विधानसभा क्षेत्र भी शामिल हो गया है।
महू में अंतर सिंह दरबार और रामकिशोर शुक्ला के दल बदल के बाद कांग्रेस नेतृत्व विहीन हो गई है। हाल ही में जीतू पटवारी ने प्यार सिंह निनामा को श्रद्धांजलि देने के नाम पर बड़ा आदिवासी जमावड़ा एकत्रित किया।
जीतू पटवारी और उमंग सिंगार ने प्यार सिंह निनामा के गांव खुर्दा खुर्दी जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। अवसर था प्यार सिंह निनामा की बरसी का। सनद रहे आरएसएस के विस्तारक धर्मेंद्र गौड़ की चोटी काटने और उनके साथ मारपीट करने कटी तारों के चलते और संघ परिवार से चर्चित विवाद के कारण प्यार सिंह निनामा की हत्या की गई थी।
यह हत्याकांड राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हुआ था। इसी हत्याकांड की कड़ियों को जोड़ते हुए कांग्रेस ने हिंदू आतंकवाद या भगवा आतंकवाद का नैरेटिव खड़ा करने की कोशिश की थी। अंतर सिंह दरबार जब तक कांग्रेस में थे तब तक उन्होंने प्यार सिंह निनामा की बरसी पर हर वर्ष बड़ी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करने का सिलसिला प्रारंभ किया था। जिसे उनके भाजपा में जाने के बाद भी बरकरार रखने की कोशिश की जा रही है।
इस संदर्भ में जीतू पटवारी का महू के आदिवासी क्षेत्र में आना और उनका भाषण चर्चा का विषय रहा। निश्चित रूप से जीतू पटवारी बहू में अपनी सक्रियता बढ़ाने की कोशिश में है।
जाहिर है आने वाले दिनों में महू विधानसभा क्षेत्र की राजनीति दिलचस्प होने वाली है।

Author: Dainik Awantika