मामला इंदौर के युग पुरूष धाम का- अधिकारी कर रहे माता पिता से चर्चा….ले जाओ यहां से अपने बच्चों को
अभी तक अभिभावक माने नहीं, इसलिए अफसर कर रहे प्रयास
इंदौर। इंदौर के युगपुरुष धाम आश्रम के ऐसे एक दर्जन बच्चे खुश किस्मत बन सकते है जिन्हें फिर से अपने माता पिता का साथ मिल सकता है। हालांकि महिला एवं बाल विकास के अधिकारी अभी इन बच्चों के माता पिता से चर्चा कर रहे है कि वे अपने बच्चों को अपने साथ लेकर जाए लेकिन बताया गया है कि अफसरों की बात माता पिता ने नहीं मानी है बावजूद इसके अफसर अभिभावकों को मनाने का पूरा प्रयास कर रहे है।
इधर युगपुरुष धाम बौद्धिक विकास केंद्र में रह रहे 18 वर्ष से अधिक उम्र के 30 में से 26 मानसिक दिव्यांगों को उज्जैन स्थित सेवाधाम आश्रम में स्थानांतरित किया गया है। बता दें कि जुलाई के शुरुआत में मानसिक दिव्यांग बच्चों की लगातार मौत और तबीयत खराब होने के बाद बच्चों को खंडवा रोड स्थित परमानंद आश्रम में शिफ्ट किया गया था। इसके बाद से ही यहां रह रहे 18 वर्ष से अधिक उम्र के करीब 30 युवाओं को उज्जैन स्थित एक एनजीओ में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया चल रही थी। इसके अलावा महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी आश्रम के एक दर्जन बच्चों को उनके माता-पिता को वापस सौंपने के लिए मनाने में जुटे हैं। आश्रम में 142 बच्चों को विगत दिनों स्थानांतरित किया गया था, जबकि यहां की क्षमता 100 बच्चों को रखने की है। ऐसे में यहां रहने वाले 42 बच्चों को दूसरी जगह स्थानांतरित करने की योजना बनाई गई। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी रामनिवास बुधोलिया ने बताया कि युगपुरुष धाम में 30 बच्चे हैं, जो 18 वर्ष की उम्र पार कर चुके हैं। नियम अनुसार इन्हें आश्रम से मुक्त किया जा सकता है। इनमें से 26 दिव्यांगों को उज्जैन स्थानांतरित किया गया है। चार अन्य को लेकर प्रक्रिया जारी है। करीब एक दर्जन बच्चे अनाथ नहीं हैं, इन्हें माता-पिता को सौंपने के प्रयास किए जा रहे हैं।