डीआरएम ने शुजालपुर रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया

शुजालपुर। डीआरएम रतलाम रजनीश कुमार ने गुरूवार की सुबह शुजालपुर रेलवे स्टेशन पहुंचकर प्लेट फार्म सहित परिसर एवं अन्य क्षेत्रों का निरीक्षण किया। डीआरएम लगभग एक घंटे तक शहर के रेलवे स्टेशन पर रहे और बारिकी से हर विषय पर चर्चा करते हुए निरीक्षण किया गया।
डीआरएम रजनीश कुमार ने स्टेशन को जोडने वाले मार्ग, पार्किंग, टिकिट खिड़की सहित प्लेटफार्म पर चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यो को देखा। बता दे शुजालपुर रेलवे स्टेशन अमृत भरत योजना में शामिल किया गया है, जिसके चलते इस रेलवे स्टेशन का उन्नयन किया जा रहा है। प्लेटफार्म पर यात्रियों के लिए सुविधाओं में इजाफा किया जहा रहा है और अत्याधुनिक उपकरण भी लगाए जाना सुनिश्चित है। डीआरएम ने मीडिया के रेलवे स्टेशन पर डीओसी के कारण उठने वाली दुर्गंध और गंदगी के विषय पर कहा कि डीओसी का परिवहन बंद नहीं किया जा सकता और उद्योग भी चलना है, परिसर में साफ-सफाई रहे इसके लिए रेलवे कर्मचारियों के साथ ही आमजन की भी जवाबदेही है। रेलवे स्टेशन को शहर से जोड़ने वाले प्रवेश मार्ग पर चौड़ाई की कमी के विषय पर डीआरएम ने कहा कि जिला प्रशासन से सामंजस्य कर प्रवेश मार्ग को चौड़ा करने का प्रयास किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान डीआरएम ने वाहनों की पार्किंग स्थल सहित सफाई व्यवस्था को लेकर स्थानीय अधिकारियों को निर्देश दिए।
शहर के स्टेशन पर भी डिजिटल भुगतान की सुविधा
पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल डिजिटल भुगतान की विधियों का उपयोग करके कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा देने और अपने यात्रियों के लिए सुचारू और अधिक कुशल सेवा सुनिश्चित करने का निरंतर प्रयास कर रही है। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए रतलाम मंडल में निर्बाध आॅनलाइन भुगतान विकल्पों की सुविधा के लिए 88 लोकेशनों पर 113 डायनेमिक क्यूआर कोड डिवाइस लगाए गए हैं। क्यूआर कोड डिवाइस से लेनदेन 07 अगस्त से शुरू हुआ और इससे 20 अगस्त 2024 तक 20.23 लाख से अधिक डिजिटल भुगतान दर्ज किए गए हैं। रतलाम मंडल के रतलाम, उज्जैन, इंदौर, देवास, सीहोर, शुजालपुर, चित्तौडगढ़, नीमच, मंदसौर, जावरा, डां. अम्बेडकर नगर, बडगर, नागदा, खाचरोद सहित मंडल के कुल 88 स्टेशनों पर यह सुविधा उपलब्ध करवाई जा चुकी है तथा शेष स्टेशनों पर इंस्टॉलेशन कार्य प्रगति पर है।