हत्या की आशंका जताते हुए परिजन बोले पुलिस नहीं कर रही जांच

उज्जैन। 18 दिन पहले इस्कॉन मंदिर के पास चौराहा से विक्रम विश्वविद्यालय कर्मचारी की लाश मिलना सामने आया था। घटनाक्रम के बाद से परिजन हत्या की आशंका जता रहा है। परिजनों का कहना है कि पुलिस जांच नहीं कर रही है। मर्ग कायम किया है। पुलिस की कार्यशैली को लेकर परिजनों ने सीएम और आईजी को मामले की शिकायत करते हुए हत्या का प्रकरण दर्ज कर दंडात्मक कार्रवाई की गुहार लगाई है। दमदमा क्षेत्र में रहने वाला राजेश सिरोलिया विक्रम विश्वविद्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था। 5 अगस्त की सुबह उसका शव इस्कॉन मंदिर के पास चौराहा से मिला था। पुलिस की सूचना पर परिजन पहुंचे थे, इस दौरान वहां पहले से विक्रम विश्वविद्यालय के 2 कर्मचारी संतोष मालवीय और संतोष राय मौजूद थे। शव को जिला अस्पताल लाया गया और पोस्टमार्टम कराया गया। परिजन शव घर लेकर पहुंचे तो शरीर पर चोंट और नाखून के निशान दिखाई दिये। मृतक के पास से बैक पास बुक, एटीएम कार्ड, पेंट में लगा बेल्ट गायब था। गले पर दबाने के निशान थे। परिजनों ने हत्या की आंशका जताई। लेकिन पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का हवाला दे दिया। 18 दिन बीत जाने के बाद मृतक राजेश के पिता मानसिंह ने पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते हुए आरोप लगाया कि पुलिस ने अब तक परिजनों के बयान दर्ज नहीं किये है। ना ही मामले में क्या जांच चल रही है पुलिस बता रही है। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे कैमरे भी नहीं देखे है। पिता का कहना था कि उन्होने मामले की निष्पक्ष जांच और पुलिस की लापरवाही को लेकर मुख्यमंत्री और आईजी को शिकायती आवेदन सौंपकर हत्या का प्रकरण दर्ज करने और आरोपियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाही की मांग की है।
4 अगस्त को हुआ 3 युवको से विवाद
मृतक राजेश के पिता मानसिंह सिरोलिया का कहना है कि पुत्र की मौत के बाद उन्हे पता चला कि 4 अगस्त की रात 11 बजे राजेश का ऋषिनगर पेट्रोल पंप के पास 3 व्यक्तियों से विवाद हुआ था। पुत्र शराब पीने का आदी था, उसके शव के पास से 2 देशी शराब के सील बंद क्वार्टर मिले थे। पुलिस मामले का समान्य घटना मान रही है और मामले का बंद करना चाहती है। पुलिस घटनाक्रम से पहले हुए विवाद को गंभीरता से नहीं ले रही है। पिता का कहना था कि पुत्र राजेश ने विक्रम विश्वविद्यालय में ब्याज से रूपये देने वालों से उधार लिया था। वह लगातार परेशान कर रहे थे। उसके पास पासबुक और एटीएम कार्ड नहीं मिलना भी शंका पैदा कर रहा है। पुत्र को वेतन मिला था।
इनका कहना
मामले में मर्ग कायम किया गया है। पोस्टमार्टम के बाद बिसरा जांच के लिये भेजा गया है। रिपोर्ट आने पर ही मौत की स्पष्ट वजह सामने आ पायेगी। मामले की जांच की जा रही है। घटनास्थल के कैमरे देखे गये थे, जिसमें राजेश अकेला पैदल आता दिखाई दिया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आते ही मामला स्पष्ट हो जायेगा।
गौरीशंकर काकोडिया एएसआई, जाचं अधिकारी