किशोर न्यायालय में युवक ने कटी हाथ की नस, लोक सेवक के प्रश्नों का नहीं दिया उत्तर, कोर्ट मुंशी से अभद्रता
उज्जैन। बाल संप्रेषण गृह में बंद युवक को पेशी पर किशोर न्यायालय लाया गया था। 18 वर्ष होने पर उसे जेल भेजने की प्रक्रिया की जानी थी। युवक ने इसी बात को लेकर लोक सेवक के प्रश्नों का उत्तर नहीं दिया और कोर्ट मुंशी से अभद्रता करते हुए हाथ की नस काट ली।
बताया जा रहा है कि जानलेवा हमले के मामले में इंदौर के नाबालिग को उज्जैन बाल संप्रेषण गृह लाया गया था।
शुक्रवार को उसे किशोर न्याय बोर्ड न्यायालय में पेश किया गया। नाबालिक की उम्र 18 वर्ष हो चुकी थी उसे जय ट्रांसफर किए जाने की प्रक्रिया होनी होनी थी। न्याय बोर्ड के समीप उसे प्रस्तुत किया गया जहां मजिस्ट्रेट के प्रश्नों का उत्तर नहीं देते हुए युवक ने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं किया और लोक सेवक को क्षति पहुंचाने की धमकी देते हुए कोर्ट मुंशी के साथ अभद्रता की। युवक ने अपने हाथ की नस काट कर आत्महत्या का प्रयास भी किया। न्याय बोर्ड में युवक की हरकतों के मामले में किशोर न्यायालय के कोर्ट मुंशी आरक्षक सुमीम खान ने मामले की शिकायत नागझरी थाना पुलिस से की। पुलिस ने कोर्ट मुंशी की शिकायत पर मामले में प्रकरण दर्ज किया है वही उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे वापस बाल संप्रेषण गृह लाया गया है।