124 गांवों को आदर्श ग्राम की तरह विकसित किया जाएगा
प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान के तहत प्रदेश की विशेष पिछड़ी जनजातियों के 124 गांवों को आदर्श ग्राम की तरह विकसित किया जाएगा। भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा राज्यों को प्रत्येक पीवीटीजी बहुल जिले में कम से कम पांच-पांच आदर्श ग्राम बनाने के निर्देश दिये गये हैं।
मध्यप्रदेश के 24 जिलों में तीन विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा, भारिया एवं सहरिया निवास करती हैं। इन जिलों की ऐसी पीवीटीजी बसाहटें/ग्राम चुन लिये गये हैं, जहां इन विशेष जनजातीय वर्ग के व्यक्तियों को निजी एवं सामुदायिक विकास की सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाना है।
इन गावों को आदर्श ग्राम की तरह किया जाएगा विकसित
जिला ग्राम
शिवपुरी कलौथरा, हतौद, चांढ, डबिया, विनेगा, कांकर, कोटा, बुद्धा
श्योपुर टर्राखुर्द, पनवाड़ा, कटीला, किलंगावदी, स्यारदा
शहडोल बंधवावाड़ा, कर्री, मोहतरा, चंदेला, कुंदाटोला
अशोकनगर कोठरखेड़ी, कोहरवास, असपतखेड़ी, थावोन, राजबमोरा
गुना कोतर, गादेर, सहराना कटर्रा, हिनोतिया, बेलका
ग्वालियर पथरियापुरा, घरसोंदी, बिजली घर (बरई), बनहेरा, जौरासी
मंडला वोकर, नाकावाल, दातादीन, बैगाटोला, देवरीकला
विदिशा मड़ीपुर, पिपरिया आजीत, ढगरवाड़ा, डिंडोली, जरगुंवा
सीधी एथरेला, टमसार, बकवा, कथार, बरीकोठर
अनूपपुर मझहौली, टिकराधुधी, गैन्दियामा, इंटूर, कामरान टोला, केलहारी, पाड़ौर
बालाघाट दलदला, धनवार, लगमा, कुंडेकसा, मालिया
छिंदवाड़ा देलाखारी, छिन्दी, आडिटोरिया, घूसावानी, राजढाना, मरकाढाना, रोझनी
दतिया उनाव, मरसेनीबुजुर्ग, अगोरा, तरगूवन, देवगढ़
नरसिंहपुर दिल्हेरी, कुडी, भिलमाढाना (वन), भिलमाढाना (राजस्व), कोटरी
कटनी पथवारी, दियागढ़, इरई, कारोपानी, कोठी, कनौर
सतना/मैहर बैहर, शहरूआ नं-2
उमरिया धोदका, रठैली, नरवर, सलैया, धूपखेड़ा
सिंगरौली करामी, चौराडांड, बग्घबूडवा, भौडार, बरहटी
भिंड आशाराम, मातादीन का पुरा
जबलपुर कालादेही, सालीवाड़ा, पुरवा, सरस्वाही, तिलगंवा
मुरैना गहटोली, खडरियापुरा, जोगीपुरा, धोबनी, गुलालई
रायसेन मढ़ा, उचेर, बराईखास, दीवानगंज, माखनी
डिंडोरी नुनखान रैयत, रामगढ़ माल, पोड़ी, चाड़ा वन ग्राम, खारीडीह, अमठेरा रैयत, बहादुर माल
सिवनी राहीबाड़ा, जुड़गी, झोला, झिंझरई, बरेला