स्व सहायता समूहों को बड़े टोल नाके सौंपने की तैयारी
भोपाल। सूबे की डॉ. मोहन यादव सरकार बड़े टोल नाकों का संचालन महिलाओं के स्व सहायता समूहों को सौंपने की तैयारी कर रही है। दरअसल कुछ टोल नाकों का संचालन स्व सहायता समूहों के पास है और इनका संचालन बेहतर तरीके से हो रहा है लिहाजा इसे देखते हुए अन्य बड़े नाकों को भी संचालन जल्द ही समूहों को सौंपा जा रहा है।
सरकार ने 8 माह पहले 3 टोल टैक्स पर वसूली के काम स्व सहायता समूहों को दिया था जिसका उन्होंने बखूबी संचालन किया। अब सरकार इन्हें बड़े टोल देने की तैयारी कर रही है। टोल वसूली का पूरा सिस्टम मप्र रोड डेवलपमेंट कार्पोरेशन तैयार कर रहा है। कार्पोरेशन इन समूहों को पहले चरण की ट्रेनिंग भी दे चुका है। अभी कायथा (उज्जैन-मक्सी) चाचाखेड़ी (शाजापुर-दुपाड़ा) संजयनगर (मल्हेरा चांदला का संचालन किया जा रहा है वहीं जिन टोल नाकों को सौंपने की बात चल रही है सौसा टोल (मोहनपुर बीहट रोड) अम्बा नगर और उरहर टोल (गंजबासौदा टोल) टोरनोद टोल (नागदा धार रोड) बोरखेड़ी टोल नीमच मनासा आदि प्रमुख है। अभी जो तीन टोल स्वसहायता समूह चला रहे हैं, उनसे हर साल 80 लाख से 1 करोड़ रुपए टोल वसूली की जाती है। इसमें से इन समूहों को टोल वसूली का 30 फीसदी हिस्सा देने प्रावधान किया गया है। जो चार नए टोल देने की तैयारी है, उनसे अभी सालाना 2 करोड़ का टोल टैक्स वसूला जाता है। अगर ये टोल इन्हें मिलते हैं तो स्व सहायता समूहों को 30 फीसदी के हिसाब से 60 लाख रुपए प्रति वर्ष मिलेगा।