गंभीर में थमी पानी की आवक, शिप्रा का कम हुआ जलस्तर
24 घंटे में 2 इंच बारिश के बाद तापमान में आई गिरावट
उज्जैन। बारिश का दौर शुरू होने के बाद शिप्रा नदी में शनिवार को बाढ़ आ गई थी और गंभीर डेम में पानी की तेजी के साथ आवक हो रही थी। आज सुबह शिप्रा का जलस्तर भी काम हो गया था और गंभीर में भी पानी की आवक थम गई थी। रात में 1 इंच बारिश हुई है।
वर्षाकाल के 20 दिन और शेष बचे हैं इससे पहले मानसून पूरी तरह से सक्रिय बना हुआ है। शहर में तीन दिनों से बारिश का दौर जारी है। शनिवार को शहर और इंदौर देवास में हुई बारिश के बाद शिप्रा नदी में बाढ़ आ गई थी जलस्तर उज्जैन बड़नगर मार्ग को जोड़ने वाले पुल के करीब जा पहुंचा था। चार माह पहले खाली हो चुके गंभीर डेम में पानी की तेज आवक होने लगी थी। शहर में जनजीवन अस्त-व्यस्त दिखाई देने लगा था। शनिवार रविवार रात भी बारिश का दौर जारी रहा लेकिन आज सुबह शिप्रा में आया तूफान थमता हुआ दिखाई दे रहा था। जल स्तर छोटी रपट के करीब आ गया था कल तक दुबे दिखाई दे रहे मंदिर भी नजर आ रहे थे। गंभीर डेम प्रभारी अशोक शुक्ला ने बताया कि गंभीर में पानी की आवक अब काम हो चुकी है आज सुबह 10 बजे तक 1263 एमसीएफटी पानी संग्रहित हो चुका था जो क्षमता का आधे से कुछ अधिक है। इंदौर के यशवंत सागर का गेट बंद होने के बाद गंभीर में पानी की रफ्तार कम हुई है। स्थानीय क्षेत्र में हो रही बारिश के चलते कैचमेंट एरिया का पानी ही अब गंभीर तक आ पा रहा है। मौसम विभाग ने सोमवार तक बारिश का अलर्ट जारी किया है अगर इस बीच इंदौर देवास में तेज बारिश हुई तो फिर से गंभीर और शिप्रा में पानी का जलजला दिखाई देगा।
रात में हुई एक इंच बारिश
शनिवार को 1 इंच बारिश दिन भर में होने के बाद रात में भी बारिश का दौर बना रहा। जो 1 इंच का रहा। पिछले 24 घंटे में हुई 2 इंच बारिश के बाद मौसम में ठंडक महसूस होने लगी है जिनका तापमान भी 28 डिग्री पर आ गया है न्यूनतम तापमान भी 23 डिग्री दर्ज हुआ है। शनिवार को जहां दिन भर 4 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही थी वहीं आज सुबह हवा की रफ्तार भी 8 किलोमीटर प्रति घंटे की हो चुकी थी। वेधशाला अधीक्षक डॉ राजेंद्र कुमार गुप्ता के अनुसार 5 दिन में अधिकतम तापमान 6 डिग्री कम हुआ है। शहर में अब तक 25 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है। अब भी 11 इंच बारिश की जरूर और है।
सितंबर के प्रथम दोनों में फिर झमाझम
मौसम वैज्ञानिकों की माने तो अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बना लो प्रेशर सिस्टम 26 अगस्त के बाद आगे बढ़ जाएगा जिसके चलते बारिश कम होगी लेकिन 30 अगस्त से फिर नया चक्रवात बनते ही सितंबर के प्रथम सप्ताह में तेज बारिश होगी। जो दो से तीन दिन तक जारी रह सकती है। उसके बाद मानसून अपने अंतिम दिनों में चला जाएगा।