भाद्रपद माह की पहली सवारी में भगवान श्री महाकालेश्वर ने छ:स्वरूपों में दिए दर्शन
पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव, नन्दी रथ पर उमा-महेश, डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद एवं रथ पर श्री घटाटोप
दैनिक अवन्तिका उज्जैन
श्री महाकालेश्वर भगवान की सावन-भादौ मास में निकाली जाने वाली सवारी के क्रम में षष्ठम एवं भाद्रपद माह की पहली सवारी सोमवार जन्माष्टमी के संयोग में निकाली गई। सवारी में भगवान ने छ: स्वरूपों में श्रद्धालुओं को दर्शन दिए। पूरे सवारी मार्ग पर पालकी का दर्शन करने के लिए श्रद्धालु उमड पडे थे। पालकी के सामने आते ही श्रद्धालु दोनों हाथ उठाकर भगवान का अभिवादन कर रहे थे।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड ने बताया कि, श्री महाकालेश्वर भगवान की 26 अगस्त 2024 को निकलने वाली षष्ठम सवारी में पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव और नन्दी रथ पर उमा-महेश, डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद एवं रथ पर श्री घटाटोप विराजित होकर अपनी प्रजा को दर्शन देने नगर भ्रमण पर निकले।
भगवान की सवारी के आगमन का कड़ाबीन के धमाके से संदेश दिया जा रहा था। सवारी में पुलिस बैंड, अश्वारोही दल, शंख, डमरू, झांझ भक्तों के द्वारा बजाए जा रहे थे। भजन मंडलियां बडी संख्या में शामिल रही। सवारी में बैतुल का गोण्ड जनजातीय थातिया नृत्य दल मिलाप इवने व अविनाश धुर्वे के नेतृत्व में पालकी के आगे भजन मंडलियों के साथ अपनी प्रस्तुति देते हुए चल रहा था। सवारी परंपरागत मार्ग महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाडी से होती हुई रामघाट के मुहाने तक पहुंची।जहां भगवान का क्षिप्रा नदी के जल से अभिषेक और पूजन-अर्चन किया गया। इसके साथ ही शैव संप्रदाय ने सामने दत्त अखाडा घाट से भगवान का पूजन अर्चन किया। सवारी रामानुजकोट, मोढ की धर्मशाला, कार्तिक चौक खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर पर भगवान श्री द्वारकाधीश गोपाल मंदिर से पालकी का पूजन अर्चन किया गया। पटनी बाजार और गुदरी बाजार से होती हुई सवारी पुन: श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंची।
पुलिस बल के जवानों ने भगवान को सलामी दी
श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी निकलने के पूर्व श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर का विधिवत पूजन-अर्चन किया गया। केंद्रीय राज्यमंत्री जनजातीय कार्य दुगार्दास उईके और केंद्रीय राज्यमंत्री महिला एवं बाल विकास सावित्री ठाकुर ने बाबा महाकाल के दर्शन कर पालकी का पूजन किया। उसके पश्चात भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर को पालकी में विराजित कर उन्हें नगर भ्रमण के लिए प्रस्थित किया गया। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में विराजित भगवान को सलामी दी गई।