रविवाार-सोमवार रात फिर खुला यशवंत का गेट गंभीर क्षमता के करीब, रात 10 बजे तक 1727 एमसीएफटी
दैनिक अवन्तिका
उज्जैन। पांच दिन पहले तक गंभीर डेम की स्थिति गंभीर दिखाई दे रही थी, लेकिन चार दिनों में 2 बार यशवंत सागर के गेट खुलने और शहर में लगातार हो रही बारिश से गंभीर क्षमता के करीब पहुंच गया है। सोमवार रात 10 बजे तक 1727 एमसीएफटी पानी संग्रहित हो चुका था। डेम की क्षमता 2250 एमसीएफटी की है।
भादौ मास की शुरूआत होने और बंगाल की खाड़ी के साथ अरब सागर में बने लो प्रेशर सिस्टम से मानसून ने तगड़ी रफ्तार पकड़ ली थी। 22 अगस्त से लगातार प्रदेश के कई जिलों के साथ बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में बारिश हो रही है। 20-21 अगस्त तक शहर में जलप्रदाय का सबसे बड़ा स्त्रोत गंभीर क्षमता का 75 प्रतिशत खाली था। लेकिन अब डेम क्षमता से सिर्फ 500 एमसीएफटी दूर दिखाई दे रहा है। गंभीर डेम प्रभारी अशोक शुक्ला ने बताया कि सोमवार रात 10 बजे तक 1727 एमसीएफटी पानी डेम में संग्रहित हो चुका था। आवक कम हो गई थी। प्रभारी शुक्ला के अनुसार रविवार-सोमवार रात 8 बजे बाद एक बार फिर यशवंत सागर का एक गेट खोला गया था। जिसे सोमवार तड़के 5 बजे बंद किया गया। जिसके चलते पानी की आवक सुबह तेजी से हुई थी। इससे पहले 22-23 अगस्त की रात भी यशवंत का एक गेट 5 मीटर के लिये खुला था। 2 बार इंदौर और गंभीर के केचमेंट एरिया में हुई बारिश से अब शहर में मंडराता दिखाई दे रहा जलसंकट का खतरा पूरी तरह से खत्म हो चुका है। मानूसन अब भी सक्रिय है, जिसके चलते सितंबर के प्रथम सप्ताह में गंभीर भी अपनी क्षमता का पार कर सकता है। विदित हो कि पिछले वर्ष अगस्त में गंभीर अपनी क्षमता को पार कर चुका था और करीब 5 हजार से अधिक एमसीएफटी पानी गेट खोलकर छोड़ा गया था। इस बार गंभीर को भरने में देर लगी है। लेकिन उम्मीद पूरी हो चुकी है।