बारिश के कारण आंखों की बीमारी उपजी….अस्पताल पहुंच रहे मरीज
उज्जैन-इंदौर। बारिश का मौसम भले ही लोगों को सुहावना लगता हो लेकिन इस मौसम के कारण कहीं न कहीं किसी न किसी रूप से सेहत पर भी असर होता ही है। यही कारण सामने आ रहा है कि अब इंदौर तथा उज्जैन शहर में ऑंखों की बीमारी से लोग ग्रसित होकर अस्पताल में इलाज कराने पहुंच रहे है। यह बीमारी है कंजंक्टिवाइटिस।
हालांकि डॉक्टरों का यह कहना है कि आंखों की यह बीमारी भले ही मौसमी हो लेकिन लोगों को इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए और यदि बीमारी होती है तो इलाज भी पूरा ही कराया जाना चाहिए। इधर इंदौर संभाग की जो जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार संभाग के सभी जिलों से मरीज इसका इलाज करवाने के लिए इंदौर आ रहे हैं। एमवाय अस्पताल ओपीडी के नेत्र विभाग में करीब 40 प्रतिशत मरीज कंजंक्टिवाइटिस के आ रहे हैं। विशेषज्ञों ने बताया कि ओपीडी में रोजाना करीब 300 से 350 मरीज नेत्ररोग का इलाज करवाने के लिए आते हैं। इनमें से 80 से 100 मरीज कंजंक्टिवाइटिस के आ रहे हैं। इसकी चपेट में सबसे ज्यादा बच्चे और बुजुर्ग आ रहे हैं। इसमें आंख लाल होना, पलकों में सूजन आना, आंखे खुलने में परेशानी, धुंधला दिखना आदि समस्या होने लगती है। विशेषज्ञों के अनुसार, कंजंक्टिवाइटिस कुछ मामलों में बेहद संक्रामक हो सकता है और पहले से ही संक्रमित किसी व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। विशेषज्ञों के मुताबिक बीमारी फैलने का सबसे बड़ा कारण जब संक्रमित लोग बार-बार अपनी आंखों को छूते हैं और अपने हाथों को साफ करना भूल जाते हैं। किसी व्यक्ति को यदि कंजंक्टिवाइटिस हो तो उसकी आंखों में न देखें और न ही उसका रुमाल, तौलिया आदि का उपयोग ना करें। यदि हम सावधानी रखेंगे तो इससे बचाव कर सकते हैं। आंखों के सफेद भाग का लाल होने के अलावा भी ज्यादा आंसू आना, आंखों को रगड़ने की तीव्र इच्छा, खुजली या जलन होना, आंखों से चिपचिपे पदार्थ (मवाद) का रिसाव, पलकों में पपड़ी का जमाव होना आदि इसके लक्षण हो सकते हैं।