सिंहस्थ मद से मांगी राशि, समानांतर फोरलेन बनने की संभावना

उज्जैन, इंदौर। उज्जैन और इंदौर के बीच यातायात को सुगम बनाने के लिए मंत्री तुलसीराम सिलावट ने सीएम डॉ. मोहन यादव से सिंहस्थ मद से राशि मांगी है। सिलावट ने तर्क दिया है कि यदि सिंहस्थ मद की राशि से समानांतर फोरलेन बन जाता है तो अभी तो यातायात का दबाव कम होगा ही वहीं सिंहस्थ में भी दबाव ज्यादा नहीं होगा अर्थात लोगों को आवागमन में ज्यादा सुविधा हो सकेगी।
दरअसल इंदौर में मंत्री सिलावट एमआर-10 फोरलेन ओवरब्रिज के समानांतर फोरलेन ब्रिज बनवाना चाहते है। बता दें कि मौजूदा स्थिति में एमआर-10 पर प्राधिकरण आईएसबीटी का निर्माण कर रहा है, जो अंतिम चरण में है। वहीं कई साल पहले बीओटी पर रेलवे लाइन के ऊपर फोरलेन ओवरब्रिज का निर्माण भी करवाया था। लगभग 17 साल तक टोल वसूली के बाद मियाद खत्म होने के चलते यह टोल नाका बंद हो गया, जिसे प्राधिकरण ने तुड़वाकर रोड को समतल भी कर दिया है। अब वर्तमान में जो फोरलेन का ओवरब्रिज है उसके समानांतर एक और फोरलेन निर्मित किया जा सकता है, जिसके चलते 8 लेन पर से यातायात गुजरेगा। अभी इंदौर-उज्जैन के अलावा सुपर कॉरिडोर, एयरपोर्ट सहित अन्य क्षेत्रों का आवागमन इस फोरलेन ओवरब्रिज से बढ़ गया है। एक और अतिरिक्त फोरलेन ब्रिज के निर्माण पर 82 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया गया है और सिंहस्थ मद से इस राशि की मांग मुख्यमंत्री से की गई है। इस संबंध में मंत्री और सांसद ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को भी पत्र सौंपा गया है। सिलावट का कहना है कि उनकी विधानसभा सांवेर में प्राधिकरण द्वारा सिंहस्थ के मद्देनजर कई कार्य करवाए जा रहे हैं। वहीं योजना क्रमांक 139 में एमआर-10 पर जो वर्तमान में फोरलेन ओवरब्रिज बना है उसके समानांतर एक और ऐसा ही ओवरब्रिज अगर बन जाए तो 8 लेन पर यातायात गुजरने लगेगा, क्योंकि अभी इस ओवरब्रिज पर यातायात का दबाव लगातार बढ़ रहा है। इस नए ओवरब्रिज के निर्माण पर लगभग 82 करोड़ रुपए का खर्च संभावित है और अगर सिंहस्थ मद से यह राशि मिल जाती है तो प्राधिकरण इसका निर्माण कर सकता है।