रात में खुशियां आई, सुबह छा गया मातम
उज्जैन। 12 दिन पहले गले में फंदा डालने वाले युवक की बुधवार सुबह उपचार के दौरान मौत हो गई। मंगलवार रात वह पिता बना था। घर में खुशियों का माहौल था, जो कुछ घंटे बाद ही मातम में बदल गया। कानीपुरा मार्ग पदमावती एवेन्यू में रहने वाले टैंकर चालक कलेक्टर पिता गुलाबसिंह परिहार 30 वर्ष ने 10 फरवरी की शाम मौत का फंदा गले में डाल लिया था। उसे परिजनों ने फंदे से उतारा और अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां से निजी अस्पताल ले जाया गया। हालत गंभीर बनी हुई थी। निजी अस्पताल में एक दिन का खर्च काफी अधिक आ जाने और वेंटिलेटर की जरुरत होने पर परिजन माधवनगर अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां परिवार की स्थिति को देख कलेक्टरसिंह को भर्ती किया गया। डॉक्टरों ने उपचार शुरु कर उसकी जान बचाने के प्रयास शुरु किये। उसकी हालत में सुधार आने लगा था। परिवार ने जान बचने पर राहत की सांस लेना शुरु कर दिया था, इस बीच सोमवार रात उसकी गर्भवती पत्नी को परिजन डिलेवरी के लिये आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे। जहां मंगलवार रात कलेक्टर की पत्नी ने पुत्र को जन्म दिया। घर में पिता के स्वस्थ होने और पुत्र के आने से माहौल खुशनुमा हो गया था। बुधवार सुबह कलेक्टर को पिता बनने की खबर परिजनों ने दी, लेकिन ऊपर वाले को कुछ ओर मंजूर था। कुछ देर बाद कलेक्टर की सांसे थम गई। परिवार में खुशियों का माहौल मातम में बदल गया।