झाडू-पोछा करने वाले नाबालिगों ने चुराई थी चांदी की तलवार
उज्जैन। चार दिन पहले पंचायती आनंद अखाड़े में महाराज के कक्ष का ताला तोड़कर हुई चोरी की वारदात को पूर्व में झाडू-पोछा करने वाले 2 नाबालिगों ने अंजाम दिया था। नाबालिगों से चांदी की तलवार, 2 नाग महाराज की प्रतिमा और 35 सौ रूपये बरामद किये गये है।
महाकाल थाना एएसआई बलराम थिरोदा ने बताया कि 24 अगस्त को बड़नगर मार्ग पर पंचायती आनंद अखाड़ा के सेवादार सीताराम उर्फ बंटी पिता रघुनंदन पांचाल ने थाने आकर शिकायत दर्ज कराई थी कि अखाड़े में महाराज समुद्रगिरी के कक्ष का ताला तोड़कर अज्ञात बदमाशों ने चोरी को अंजाम दिया है। बदमाश चांदी की तलवार, 2 चांदी की नाग प्रतिमा और नगदी ले गये है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। बदमाशों का पता लगाने के लिये थाना प्रभारी अजय वर्मा ने एएसआई चंद्रभानसिंह, आरक्षक चैनसिंह, मुनेन्द्र कंसाना, अरूण चौहान, प्रधान आरक्षक राजपाल यादव, मनीष यादव की टीम बनाई। इस दौरान कैमरों के फुटेज देखे गये और आसपास के लोगों से पूछताछ की गई। पता चला कि 2 युवक दिखाई दिये थे। जिनकी पहचान करने पर सामने आया कि रंजीत हनुमान मंदिर के पास नागा तलाई के रहने वाले नाबालिग है। पुलिस ने दोनों को बुधवार सुबह हिरासत में लिया और पूछताछ की तो उन्होने चोरी करना कबूल कर लिया। उनकी निशानदेही पर चांदी की तलाश, नाग प्रतिमा और 35 सौ रूपये नगद और त्रिशुल बरामद किया गया है। त्रिशुल का उपयोग महाराज के कक्ष का ताला तोड़ने के लिये किया गया था।
नासिक गये हुए है अखाड़े के महाराज
एएसआई थिरोदा ने बताया कि दोनों नाबालिग पूर्व में अखाड़े में झाडू-पोछा लगाने का काम करते थे। बाद में काम छोड़ दिया। उन्हे अखाड़े की पूरी जानकारी थी। कुछ दिन पहले अखाड़े के महाराज समुद्रगिरी के बड़े गुरू धनराजगिरी ने देह त्याग दी थी। जिसके चलते महाराज समुद्रगिरी उनकी 16 वीं में नासिक गये थे। इसी बात का फायदा दोनों नाबालिगों ने उठाया और महाराज के कक्ष का ताला तोड़कर वारदात को अंजाम दिया।